अपने सगे संबंधी भी छोड़ रहे अपनो का साथ

अपने सगे संबंधी भी छोड़ रहे अपनो का साथ
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हालात-ए-शहर ( अतुल अग्रवाल ) हल्द्वानी कोविड-19 संक्रमण के चलते पूरा भारत वर्ष में ऐसे हालात हो गए है , आज कोरोना काल में इंसान अपने सगे भी साथ छोड़ जा रहे हैं वही कई ऐसे हृदय विदारक समाचार सुनने को मिल रहे हैं जिससे इंसानियत शर्मसार हो रही है पर इसी विपदा के समय में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इंसानियत का झंडा बुलंद कर रहे हैं

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ऐसे ही कुछ लोग हल्द्वानी गौला रोखड़ पर बनाए गए अस्थाई श्मशान घाट जहां कोविड संक्रमित शवों की अंत्येष्टि की जा रही है , नगर निगम के मेयर अपने व्यस्तम कार्यो से समय निकाल प्रतिदिन 3 से 4 घंटे यहाँ पहुँचकर ऐसे लोगो के लिए कार्य करते है , जिनको अंतिम समय में अपनों ने भी साथ छोड़ दिया , मेयर के दवार बताया गया जहा आज महामारी में इंसान अपने परिवार के साथ घरो में है

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,वही हमारे द्वारा यहां कार्य करने वाले नगर निगम के कर्मचारियों दाह संस्कार के लिए चिटा बनाने से अंतिम कर्मकांड कराने तक जो वयक्ति कार्य कर रहे उनका मनोबल बढ़ाने के लिए हम यहाँ प्रतिदिन समय व्यतीत करते है ,साथ ही व्यवस्थाएं भी देखते है ,मेयर के द्वारा बताया गया कि नगर निगम ने दाह संस्कार सामग्री लकड़ी निःशुल्क की गई है ,

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आज जहा का शवों की अंत्येष्टि करने में जहां परिवार वाले भी हाथ लगाने से डर रहे हैं वहीं यह लोग श्मशान में चिता की लकड़ी लगाने से लेकर शव के अंतिम क्रिया कर्म पर किए जाने वाले धार्मिक को भी पूरा कर रहे हैं , यही सर्वोच्च मानवता का प्रतीक है