उत्तराखण्ड विधुत अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चे का 14 सूत्रीय माॅगों को लेकर प्रदेश में टूल-डाउन

उत्तराखण्ड विधुत अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चे का 14 सूत्रीय माॅगों को लेकर प्रदेश में टूल-डाउन
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हालात-ए-शहर ( संवाददाता अतुल अग्रवाल ) हल्द्वानी | उत्तराखण्ड विधुत अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, उत्तराखण्ड की जन जागरण रैली मुख्य अभियन्ता (वितरण), 132 के0वी0 उप-संस्थान परिसर के कार्यालय प्रांगण में धराना प्रदर्षन किया जिसकी अध्यक्षता महेश रावत, अघिषासी अभियन्ता एवं संचालन दीपक बिष्ट द्वारा किया गया। प्रदर्षन के दौरान वक्ताओं द्वारा पुरानी ए0सी0पी0 की व्यवस्था पूर्व की भांति दिनांक 01.01.2017 से पुनः बहाल की जाय।

सभी कार्मिकों को पुरानी पेंशन की बहाली/स्वीकृति की जाय, जो कि नितांत जरूरी है। उपनल संविदा कर्मियों के नियमीतिकरण की कार्यवाही पूर्ण होने तक विद्युत निगमों में उनकी महत्वपूर्ण सेवाओं को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा निगमों की बी0ओ0डी0 में इनके लिए स्पेषल भत्ता निर्धारित किया जाय तथा उसमें कम से कम प्रतिवर्ष 5 प्रतिषत वृद्धि का प्रस्ताव स्वीकृत करवाया जाये तथा नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी न होने तक समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाय।

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धरना प्रदर्षन में दिनांक 26.07.2021 को मोर्चा एवं शासन प्रशासन के मध्य हुई दो चरणों की वार्ता विफल होने के कारण दिनांक 26.07.2021 की मध्य रात्रि 12ः00 बजे से पूरे प्रदेष में पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार सम्पूर्ण टूल-डाउन कर दिया गया है। इसी क्रम में दिनांक 27.07.2021 को तीनों निगमों के समस्त अधिकारी/कर्मचारी मुख्य अभियन्ता (वितरण) कार्यालय, हल्द्वानी में धरना प्रदर्षन हेतु एकत्रित हुए हैं। वक्ताओं ने कहा कि जब तक प्रबन्धन/षासन/प्रषासन द्वारा उत्तराखण्ड विधुत अधिकारी/कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, उत्तराखण्ड की 14 सूत्रीय माॅगों का लिखित आदेष नहीं दिया जाता

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जब तक मोर्चा के संघर्षरत कर्मचारी सम्पूर्ण रूप से टूल-डाउन का पालन करेंगे और अपने कार्यस्थलों पर वापस नहीं लौटेंगे । सभी संघर्षरत कर्मचारियों/मजदूरों के अपने हक में इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया। कर्मचारियों की माॅगों का लगातार हनन होने के कारण कर्मचारी निगमीय हित में न होने के कारण भी हड़ताल जैसी अप्रिय कार्यवाही के लिए बाध्य हैं। संयुक्त मोर्चा के सभी घटक दलों ने यह निर्णय लिया है कि माँगें न माने जाने की स्थिति में अनिष्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रषासन की होगी।

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घटक दल:-

  1. उ0पा0ई0 एसोसिएषन 6. उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संगठन
  2. उत्तराखण्ड ऊर्जा कामगार संगठन 7. ऊर्जा आरक्षित वर्ग
  3. उ0पा0जू0ई0 एसोसिएषन 8. उत्तराखण्ड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन
  4. हाइड्रो इलै0 इम्पलाइज यूनियन 9. पावर लेखा संघ
  5. वि0 डिप्लोमा इंजीनियर ऐसोसिएषन 10. विद्युत प्राविधिक कर्मचारी संघ