कोविड के इलाज के लिए 9 प्राइवेट अस्पतालों को किया अधिगृहीत

कोविड के इलाज के लिए 9 प्राइवेट अस्पतालों को किया अधिगृहीत
ख़बर शेयर करें -

NEWS हालात-ए-शहर ( अतुल अग्रवाल ) हल्द्वानी | जनपद में कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य महकमे द्वारा जो कार्यवाही की जा रही है तथा इस महामारी को रोकने के सम्बन्ध में जो तैयारी की गई है की समीक्षा शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत ने शनिवार की सांय सर्किट हाउस में की। उन्होने कहा कि जनपद के सभी अधिकारी व कर्मचारी पूरी निष्ठता एंव तत्परता से दिन रात कार्य कर रहें वह प्रशसनीय है।

उन्होने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल से कहा कि कोविड के इलाज के लिए जो प्राइवेट अस्पताल अधिगृहित किये गये है वहां प्रतिदिन कुल बेडो की संख्या, लगे बेडो की संख्या तथा खाली बेडो की संख्या प्रतिदिन डिस्प्ले की जाये। उन्होने कहा कि कोविड से सम्बन्धित इलाज के दौरान किसी भी प्रकार की लूट खसोट सहन नही की जायेगी। इसके साथ ही कोविड से सम्बन्धित दवाइयों, ऑक्सीजन सिलेडरों तथा रैममडिसिविर इंजेक्शसन की कालाबाजारी एवं कृत्रिम अभाव को बनाने वालो से प्रशासन सख्ती से निपटे तथा कोविड -19 की विभिन्न धाराओं में कड़ी कर्यवाही अमल में लाई जाये।

यह भी पढ़ें 👉  कोंग्रेसियो ने सड़को पर घोड़ा बुग्गी चलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जनाआक्रोश व्यक्त किया

भगत ने कहा कि जनपदो मे ऑक्सीजन सिलेडरों की संख्या में बढोत्तरी की जायेगी। उन्होने दूरभाष पर सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी से जिला नैनीताल में सिलेडरों की संख्या बढाने के निर्देश दिये तथा इंडिया ग्लाइकोज काशीपुर के प्लाट हैड आर एस यादव से कहा कि उनकी यूनिट में जो एक ऑक्सीजन प्लाट बन्द है उसकों तत्काल क्रियाशील कराये तांकि ऑक्सीजन का उत्पादन और अधिक बढ सके। उन्होने कहा कि जो सेक्टर मजिस्ट्रेट कोविड अस्पताल में तैनात किये गये है वह अपने पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें।

भगत ने कहा कि पहली मई से राज्यव्यापी टीकाकरण अभियान संचालित किया जाना है इसकी पुख्ता तैयारियों अभी से कर ली जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए कैम्प एप्रोच पर टीकाकरण की व्यवस्था की जाए। औद्योगिक संस्थानों, कालेजों, सहित ग्राम स्तर तक वैक्सीनेशन का कार्य किया जाना है। के लिए अभी से कोविड वैक्शीन की मांग स्वास्थ्य निदेशक को भेज दी जाये।
भगत ने कहा कि जनपद की सीमाओं पर बाहर से आने वालों की नियमित सख्त चैकिंग की जाये। बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के जिले में कतई प्रवेश न दिया जाए। जनपद में प्रवासी लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी हो। उन्हें सीधे उनके घर भेजकर होम आइसोलेशन में रखा जाए।

यह भी पढ़ें 👉  नशे के इंजेक्शन को सप्लाई करने वाली बडी मछली 50 अदद् नशीले इंजेक्शनों के साथ बनभूलपुरा पुलिस के कब्जे नशे के कारोबारियों को पनाह देने वाले 02 अभियुक्त भी गिरफ्तार

भगत ने जिले के अस्पतालों में उपलब्ध कराई गई रेमडेसिवर की मात्रा और तय दर सार्वजनिक करने के निर्देश दिये। आग्रमी के 15 दिनों के अनुसार कोविड को लेकर प्लान हो। उसी के अनुरूप ऑक्सीजन , आईसीयू, वेंटीलेटर तथा जरूरी दवाएं आदि की व्यवस्था सुनिश्चित हो। ऑक्सीजन सप्लाई चेन मैनेजमेंट पर सर्वाधिक ध्यान देना होगा। जनजागरूकता के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। होम आइसोलेशन में किन किन बातों का ध्यान रखा जाना है, लोगों को इसकी जानकारी दी जाए। एक प्रभावी सेंट्रल कंट्रोल रूम हो, जहां लोगों को विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध बेड की जानकारी मिल सके और जरूरी होने पर व्यक्ति को किस अस्पताल जाना चाहिए, इसके बारे में बताया जाए।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ​ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन स्वास्थ्य महकमा पूरी तत्परता से निरंतर कार्यरत है। उन्होने बताया कि कोविड के इलाज के लिए 9 प्राइवेट अस्पतालों को अधिगृहीत किया गया है जिसमे 370 बेड, 94 आईसीयू तथा 25 वेंटीलेटर उपलब्ध है इसके अलावा मिनी स्टेडियम में 150 बेडो की व्यवस्था कर दी गई है जिन्हे जल्द ही ऑक्सीजन लाईन से जोड दिया जायेगा। उन्होने बताया कि जनपद में 4784 लोगो को होम आईसोलेशन में रखा गया है। 79081 लोगो की काॅनटेक्ट टैसिंग की गई है। अब तक 25142 सम्पैल लिये जा चुके है तथा 48 कन्टोमेंट जोन बनाये गये है जिसमें 634 लोगो के सैम्पल लिये गये जिसमें से 193 पाॅजीटीव आये गये पाॅजीटीव लोगो का इलाज किया जा रहा है।
बैठक में मेयर डाॅ. जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, जिला अध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, महामंत्री कमल नयन जोशी, प्राचार्य राजकीय मेडिकल काॅलेज डाॅ. सीपी भैसोडा, अपर जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह जंगपांगी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ रश्मि पंत, डाॅ. तरूण कुमार टम्टा, नोउल अधिकारी कन्ट्रोल रूम धनपत कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मनोज काण्डपाल व अन्य अधिकारी मौजूद थे।