नगर निगम की परिसंम्पत्ति दुकानो में काबिज़ किरायदारों ने ( 30 हज़ार से 50 रूपये ) तक मोटे किराये पर बाहरी लोगो को किरायेदारी पर दे प्रतिवर्ष नगर निगम को लगाया जा रहा चूना
बाजार छेत्र में कई स्थानों पर फड़ की तहबाजारी की पर्ची पर काबिज़ फड़ स्वामियों द्वारा रातो रात लाखो रूपये में फड़ बेचने का खेल खेला जा रहा है , आखिर कहा है नगर निगम
शहर की नहरों \ नालो पर अवैध निर्माण होने के कारण संबन्धित विभागों को नहरों \ नालो के रख रखाव एवम सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने में करना पड़ता है काफी दिक्कतों का सामना
प्रदेश संवाददाता अतुल अग्रवाल ” भारतीय मानवाधिकार परिवार ” हल्द्वानी | महानगर हल्द्वानी में नगर निगम द्वारा महज ( 25 रूपये ) की तहबाजारी की पर्ची कटवा सरकारी संम्पत्तियो जैसे सिंचाई विभाग के नहरे \ गूल – नगर निगम की परिसंम्पत्तिया – वन विभाग की भूमि पर अवैध निर्माण कर लाखो के व्यावासिक प्रतिष्ठान बनाने का खेल काफी लम्बे समय से खेला जा रहा है | जिसके कारण महानगर हल्द्वानी में – नहरों \ नालो पर अवैध निर्माण के चलते अतिक्रमण नासूर बनता जा रहा है




सबसे अहम सवाल है आखिर सिंचाई विभाग ,नगर निगम ,वन विभाग की भूमि पर जब अतिक्रमणकारियो द्वारा अवैध निर्माण को अंजाम दिया जाता है | उस वक़्त संबन्धित विभागों के अधिकारी कुम्भकर्णी नींद में होते है , या मिलीभगत के चलते अतिक्रमणकारियो द्वारा अवैध निर्माण को नज़रअंदाज किया जाता है ,विगत पिछले कई वर्षो पूर्व जहा शहर में सिंचाई विभाग की खुली नहरों से काठगोदाम से बरसाती नहर से निकलने वाली नहर प्रेम टाकीज रोड से बाजार छेत्र गुजरती हुई बरेली रोड पर निकलती थी

यदि बात की जाये बाजार छेत्र की नगर निगम द्वारा समय समय पर अतिक्रमण के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्यवाही भी की जाती है , परन्तु क्या मात्र ( 25 रूपये ) फड़ की तहबाजारी की पर्ची के आधार पर दुकाने बना शटर लगाकर पक्के निर्माण करने का अधिकार नगर निगम द्वारा दिया जाता है , बाजार छेत्र में नगर निगम की परिसंम्पत्ति दुकानो में काबिज़ किरायदारों ने ( 30 हज़ार से 50 रूपये ) तक मोटे किराये पर बाहरी लोगो को किरायेदारी पर दे प्रतिवर्ष नगर निगम को लगाया जा रहा चूना , वही बाजार छेत्र में कई स्थानों पर फड़ की तहबाजारी की पर्ची पर काबिज़ फड़ स्वामियों द्वारा रातो रात लाखो रूपये में फड़ बेचने का खेल खेला जा रहा है , आखिर कहा है नगर निगम

वर्तमान में सिंचाई विभाग की इसी नहर पर अतिक्रमणकारियो द्वारा अवैध निर्माण कर बड़े बड़े व्यावासिक प्रतिष्ठान बना कर लाखो रूपये में दुकाने बेच दी गई या मोटी रकम पर किरायेदारी पर दे दी गई है , जिसके कारण एक ओर अवैध कब्ज़े नासूर बनते जा रहे है वही दूसरी ओर सरकार की परिसम्पत्ति को बेचकर एवम किराएदारी पर दे मोटी रकम के खेल में हो रहे है अतिक्रमणकारियो के वारे न्यारे

शहर की नहरों \ नालो पर अवैध निर्माण होने के कारण संबन्धित विभागों को नहरों \ नालो के रख रखाव एवम सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने में करना पड़ता है काफी दिक्कतों का सामना

वही दूसरी और मानसून में महानगर हल्द्वानी की सड़को मुख्य चौराहो पर जलभराव की गम्भीर समस्या से आम जनमानस को रूबरू होना पड़ता है , विगत पिछले कई वर्षो से मानसून में हाईडिल गेट नहर \ बरसाती नहर पर अवैध निर्माण अतिक्रमण की वजह से नहर से तेज़ बहाव के साथ पानी निकलने से नैनीताल हाइवे मार्ग नदी में तब्दील हो जाता है ,यही हालात कालाढुंगी रोड ,इंद्रानगर ,बरेली रोड देखने को मिलते है

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