G-23 के नेताओं की आजाद के घर पर 24 घंटों में दूसरी बार बैठक में हार को लेकर फिर मंथन……..

ख़बर शेयर करें -

5 राज्यों में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्थिति का आकलन करने और संगठनात्मक बदलाव का सुझाव देने के लिए नेताओं

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है हार के बाद से G 23 कहा जाने वाला पार्टी का असंतुष्ट खेमा सक्रिय हो गया है | 24 घंटों में दूसरी बार कांग्रेस के G 23 नेताओं की बैठक गुलाम नबी आजाद के घर पर की गई , इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए आनंद शर्मा ,कपिल सिब्बल ,एवं भूपेंद्र हुड्डा गुलाम नबी आजाद के घर पहुंचे G 23 की बैठक पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सोनिया गांधी हर कांग्रेसी से बात करने के लिए तैयार है जब जरूरत है कि हमें जरूरत है कि हमको एक साथ लड़ना चाहिए तो कुछ राजनेता G 23 नेता पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं ,अगर उनकी मंशा सही है तो सोनिया गांधी से वार्ता क्यों नहीं करते अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब इन राजनेताओं को यूपीए सरकार में मंत्री बनाया गया था उस वक्त उन्होंने पूछा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को देखते हुए पद दिए जाने चाहिए या नहीं तब सब कुछ हंकी -डोरी था , क्योंकि हम सत्ता में थे राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखते हुए इसका मतलब विद्रोह करना नहीं है ,इससे पहले बुधवार को जी 23 के कुछ नेताओं ने की गुलाम नबी आजाद से घर पर बैठक हुई थी इस बैठक में नेताओं ने सामूहिक और समावेशी लीडरशिप की मांग की थी ,इस बैठक में शशि थरूर ,मणिशंकर अय्यर ,परनीत कौर, हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ,गुजरात के नेता शंकर सिंह वाघेला और पंजाब की नेता राजिंदर कौर भट्ठल शामिल हुई थी इस बैठक में इन नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस को कोशिश करनी चाहिए कि वह विपक्षी दलों के आगे अलग-थलग ना पड़े खास बात यह है कि गांधी परिवार पर ही सीधा हमला करने वाले कपिल सिब्बल के अलावा आनंद शर्मा एवं पृथ्वीराज चौहाण ने भी गुलाम नबी आजाद के घर पर बुधवार हुई बैठक में हिस्सा लिया था यह सभी नेता जी 23 ग्रुप का हिस्सा रहे जिन्होंने 2 साल पहले सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर बदलावों की मांग की थी हार के बाद

यह भी पढ़ें 👉  आपराधिक ग्राफ शिखर पर कुष्ठ आश्रम में लाठियों से पीटकर 60 वर्षीय बुजुर्ग को उतरा मौत के घाट

सोनिया गांधी ने इन नेताओं को सौंपी अहम जिम्मेदारी जानकारी के लिए आपको बताते चले कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव के बाद की स्थिति का आकलन करने और पांच राज्यों में संगठनात्मक बदलाव सुझाव देने के लिए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है जयराम रमेश को मणिपुर अजय माकन को पंजाब में स्थिति का आकलन करने का दायित्व सौंपा गया है

देवखड़ी नाले के तेज़ बहाव में दो कारे फंसी सवारों की अटकी सांसे ज़िम्मेदार ? >VIDEO

देवखड़ी नाले के तेज़ बहाव में दो कारे फंसी सवारों की अटकी सांसे ज़िम्मेदार ? >VIDEO

संवाददाता * HSN * अतुल अग्रवाल > 9927753077 - हल्द्वानी | शाशन प्रशासन द्वारा भारी मानसून की बारिश के चलते जनता से लगातार अपील एवम...

200 करोड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम चढ़ा गौला नदी की भेंट बचाने के लिए जनता के टैक्स का 66 करोड़ करने होंगे खर्च ,,,,,,,

200 करोड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम चढ़ा गौला नदी की भेंट बचाने के लिए जनता के टैक्स का 66 करोड़ करने होंगे खर्च ,,,,,,,

HSN * संवाददाता अतुल अग्रवाल > 9927753077 < हल्द्वानी | लालकुंआ विधानसभा में वर्ष 2017 में 200 CR से बना हल्द्वानी का ड्रीम प्रोजेक्ट (...