एबीवीपी के बागी कार्यकर्ता पूर्व के चुनावो में पराजित एनएसयूआई की नैय्या पार लगाने में कामयाब ?

एबीवीपी के बागी कार्यकर्ता पूर्व के चुनावो में पराजित एनएसयूआई की नैय्या पार लगाने में कामयाब ?
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नामांकन रैली में छात्रों के बीच फूट भी देखने को मिली।

संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी |

एबीवीपी और बीजेपी से जुड़े तमाम कार्यकर्ताओं को निर्दलीय और एनएसयूआई के प्रत्याशियों के साथके साथ देखे जाने से इस बार यह चुनाव खासा रोमांचक होने के साथ ही काफी उलझता हुआ आ रहा है नजर यदि देखा जाए तो अध्यक्ष पद के 3 दावेदार सूरज रश्मि एवं कौशल एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे
परंतु आखिरी वक्त में टिकट न मिलने से नाराज सूरज बने एनएसयूआई प्रत्याशी – रश्मि लमगड़िया निर्दलीय प्रत्याशी लेकिन विश्वसनिय सूत्रों से अंदरखाने एनएसयूआई की सारथी बताया जा रहा है | इसका मुख्य कारन आज रश्मि लमगड़िया के शक्ति प्रदर्शन रैली में जो वाहन में साथ खड़े थे वह एनएसयूआई कार्यकर्ता एवंम रैली में भी अधिकतर एनएसयूआई के कार्यकर्ता नज़र आये | वही नामांकन के वक़्त भी एनएसयूआई कार्यकर्ता संजय लगातार रश्मि की मदद करते देखे गए इससे एक बात साफ़ ज़ाहिर होती है | ABVP के बागी कार्यकरताओं रश्मि लमगड़िया – सूरज भट्ट के सहारे एनएसयूआई जीत का परचम लहराना चाहती है

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वर्ष 2018 \ 19 के चुनावी परिणाम जीती ABVP

कुमाऊं के सबसे बड़े महाविद्यालय एमबीपीजी में 24 दिसंबर को छात्र संघ चुनाव होना है। जिसको लेकर आज नामांकन किया गया जिसमें अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई एबीवीपी के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला एनएसयूआई से ABVP के बागी सूरज भट्ट – एबीवीपी से कौशल बिरखानी – निर्दलीय के रूप में रश्मि लमगड़िया ने किया नामांकन

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24 दिसंबर को एमबीपीजी महाविद्यालय के 11 हजार छात्र-छात्राएं मतदान करेंगे, यह मतदान 11 पदों के लिए किया जाएगा। कोविड के चलते तीन साल के अंतराल के बाद यह छात्र संघ चुनाव करवाया जा रहा है। जिसको लेकर छात्रों में बेहद उत्साह है। वही एमबीपीजी महाविद्यालय के प्राचार्य एनएस बनकोटि ने कहा नामांकन प्रक्रिया पुलिस और प्रशासन की देखरेख में करवाया जा रहा है।

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वही कयास ये भी लगाए जा रहे है कहीं इसका खामियाजा ABVP के प्रत्याशी कौशल को भारी ना पड़ जाए