पूर्व विधायक ने किया “पलटवार” एस्कॉर्ट के बहाने बेहड़ ने लगाए थे आरोप

पूर्व विधायक ने किया “पलटवार” एस्कॉर्ट के बहाने बेहड़ ने लगाए थे आरोप
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संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी \ उत्तराखंड – उधमसिंह नगर : किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ कि जुबानी प्रहार के बाद अब भाजपा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विधायक बहेड़ पर जुबानी हमला किया है उन्होंने किच्छा विधायक तिलकराज बहेड़ को घेरते हुऐ कहा कि बेहड़ चुनाव जीतने से घमंड में भर गए हैं और अब अपनी जीत पचा नहीं पा रहे हैं तथा वे लोकतंत्र की मर्यादा भूल कर मेरे छठ घाटों का निरीक्षण तक का भी विरोध कर रहे हैं, अधिकारियों को धमकाने की भाषा बोल रहे हैं जो शो बनिया नहीं है उक्त बात आज प्रेस को संबोधित करते हुए किच्छा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कही।
श्री शुक्ला ने क्षेत्रीय विधायक तिलकराज बेहड़ की प्रेसकांफ्रेस में छठ घाटों के निरीक्षण पर सवाल उठाने के कारण जवाब में बोल रहे थे!

शुक्ला ने कहा कि चाहे किसी की सरकार रही हो या वे पद पर रहे हो अथवा नहीं जनता के लिए संघर्ष और जनता के सुख दुख में शामिल होना उनका स्वभाव है तथा बेहड़ उन्हें छठ घाटों का निरीक्षण करने पर नहीं रोक सकते वे कितना भी झूठ बोले, धमकी दे, घमंड भरी भाषा बोले, शुक्ला अपने काम से रुकने वाले नहीं हैं, उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि झूठ बोलकर, भ्रम फैलाकर, अल्पसंख्यकों को डरा कर, वो चुनाव भले जीत गए हो लेकिन वह मुझे जनता से मिलने, उनके बीच जाने, उनकी समस्या उठाने से नहीं रोक सकते!

पूर्व विधायक ने कहा कि बेहड़ छठ घाटों के निरीक्षण पर नहीं गए तो इसमें मेरी गलती क्या है, मैंने अपना कर्तव्य समझा और पूजा से पहले निरीक्षण किया, गंदगी और समस्या मिलने पर अधिकारियों को कहा तथा उनके साथ मौके पर जाकर समाधान निकाला तो बेहड़ के पेट में इतना दर्द क्यों हो रहा है! बेहड़ इतने वर्ष विधायक और मंत्री रहे उन्होंने कभी ना तो छठ घाट बनाए और ना ही कभी उनका निरीक्षण किया, तुष्टीकरण की राजनीति करते रहे उन्होंने कभी छठ पूजा छुट्टी का मुद्दा नहीं उठाया और मैंने इस मुद्दे को उठाकर छठ की छुट्टी को घोषित कराई जो 7 वर्षों से जारी है।

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शुक्ला ने कहा कि विधानसभा में झूठे तथ्य रखकर उन्होंने एक पुलिस इंस्पेक्टर को किच्छा से हटवा लिया तो यदि वे समझते हैं कि झूठे आरोप लगाकर के अधिकारियों का मनोबल गिराएंगे और उन्हें हटा लेंगे तो मैं उन्हें 1 महीने का समय देता हूं जितना जोर है लगा ले और एसडीएम और सीओ का ट्रांसफर कराकर दिखा दे!
शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझ पर सत्ता की हनक का आरोप लगाने वाले बेहड़ ने आवास विकास रूद्रपुर में अपने घर के सामने सार्वजनिक सड़क को वेरीकेट कराकर लोगों का आना-जाना 20 सालों से रुकवा दिया है, सत्ता की हनक में अपने पुलिस अधिकारियों से गलत तरीके से क्षेत्र के एक नौजवान पप्पू शाही को फर्जी एनकाउंटर में मरवाया आज उन्हें हनक की परिभाषा याद आ रही है! शुक्ला ने कहा कि लोग भूले नहीं हैं कि बेहड़ के मंत्री रहते किस प्रकार अधिकारियों व कर्मचारियों से महीना वसूला जाता था!
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि बेहड़ के पास क्षेत्र के विकास का कोई विज़न नहीं है, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 10 कार्यों को कराने की सुझाव मांगने पर भी वह कोई नई या बड़ी योजना नहीं दे सके, किच्छा में जब एम्स की स्थापना की स्वीकृति हो चुकी है ऐसे में किच्छा सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) के उच्चीकरण का सुझाव काबिले गौर है तथा यह सुझाव यह भी सवाल खड़े करता है कि सुबे के स्वास्थ्य मंत्री रहते आप किच्छा सीएचसी का उच्चीकरण तक नहीं करा पाए थे जो आपकी ही विधानसभा क्षेत्र में था जिसका आपने 20 साल प्रतिनिधित्व किया!
शुक्ला ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में मात्र 5 वर्ष सत्ता के विधायक के रुप में किच्छा की बड़ी योजनाए स्वीकृत कराई जैसे मॉडल डिग्री कॉलेज, हाईटेक बस अड्डा और इंटरनेशनल एयरपोर्ट तथा ऑल इंडिया मेडिकल साइंसेज का इंस्ट्यूट (एमस) साथ ही बेहड़ द्वारा स्वास्थ्य मंत्री रहते घोषित रुद्रपुर में मेडिकल कॉलेज के अधूरे निर्माण के लिए 350 सौ करोड़ कि भारत सरकार से स्वीकृति! इसके उलट बेहड़ के पास ना तो कोई विजन और ना ही संकल्प शक्ति! पंतनगर व टीडीसी के कर्मचारियों से झूठे वादे कर, अल्पसंख्यको को डराकर व जाति व क्षेत्रवाद चलाकर कांग्रेस की सरकार बनने वाली है ऐसा झूठ व भ्रामक प्रचार कर वह विधायक तो बन गए लेकिन अब जब जनता को अपने वादों का जवाब देना है तो बेहड़ पुलिस प्रशासन, अधिकारियों तथा मेरे विरुद्ध अनर्गल आरोप लगाकर जनता का ध्यान भटका ना चाहते हैं! शुक्ला ने कहा कि वे चुनाव हारने के बाद से लगातार जनता के बीच हैं बेहड़ को रास नहीं आ रहा है! शुक्ला ने कहा कि वह बहस को भटकने नहीं देंगे तथा बार-बार किच्छा के और अवरुद्ध विकास तथा बेहड़ के झूठे वादों की याद जनता को दिला कर बेहड़ को इसी मुद्दे पर बहस के लिए ललकारते रहेंगे!

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शुक्ला ने कहा कि बेहड़ के इन झूठे आरोपों से डरकर वे जनता के बीच जाने से नहीं रुकेंगे तथा छठ घाटों सहित अन्य तमाम जन सरोकारों पर निरीक्षण करने जाएंगे बेहड़ उन्हें रोक सकते हैं तो रोक कर दिखाए ?
शुक्ला ने बेहड़ को लालकारते हुए कहा कि भाजपा ने तो आरोप लगते ही पार्टी से निष्कासित कर दिया, कहा कि उनकी पार्टी जिसके वो प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष है वे गौ हत्या के आरोप में जेल काटकर आए कांग्रेसी सभासदों और नेताओं को पार्टी से निकाल सकने की हिम्मत रखते हैं कदापि नहीं क्योंकि इससे वो वोट बैंक नाराज हो जाएगा जिसका तुष्टीकरण कांग्रेस पार्टी करती आ रही है!शुक्ला ने कहा कि जेल में बंद कैदियों से मिलने बेहड़ गए थे क्या वह बताएंगे कि किन किन कैदियों को भाजपा सरकार ने गलत तरीके से जेल भेजा है? क्या कोई आपस में लड़े, छेड़छाड़ करे, बलात्कार करे, चोरी करे तो उसे जेल भेजना अपराध है।

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भाजपा ने जनता को भय, भूख, भ्रष्टाचार मिटाने व भय मुक्त शासन देने का वादा किया है तथा आरोपियों की जगह जेल है उनको संरक्षण देने वाले नेताओं की बौखलाहट यह साबित कर रही है कि अपराधियों से किस स्तर की सांठगांठ है तथा इन्हीं के बल पर डरा धमकाकर चुनाव भी जीता गया था!
शुक्ला ने कहा कि बेहड़ के कार्यकाल में पूरे जिले में खनन का अवैध कारोबार चलता है, खनन माफिया सरेआम गोली चलाते हैं, कई निर्दोष मारे भी गए, आज चुकि परगनाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने खनन पर रोक लगाई है इसीलिए वे विधायक बेहड़ के निशाने पर हैं, अक्सर अवैध खनन की गाड़ियों के साथ विधायक पुत्र विधायक लिखी गाड़ी लेकर चलता है!
शुक्ला ने बेहड़ को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें मेरी चिंता करने की बजाय अपने पुत्रों की चिंता करनी चाहिए जिनके भविष्य को लेकर वो बहुत परेशान है अगर उनकी ठीक ढंग से परवरिश की गई थी तो चिराग कालरा के घर में हुई घटना सुनने में नहीं आती, पूरा किच्छा जानता है कि किस-किस की दुकान में कौन-कौन जुआ खिलाता है, मैं व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप नहीं करता, बेहड़ मेरा मुंह न खुलवाएं अगर मुंह में उंगली डाली गई तो रुद्रपुर से किच्छा व देहरादून तक उनके पुत्रों के कारनामें किन परिस्थितियों में हुए विवाह सहित तमाम बातों को मैं जनता के सामने लाऊंगा, यदि बेहड़ यह समझते हैं कि मैं उनकी धमकी व उनके गुंडों को उनके संयंत्र से डर जाऊंगा तो यह उनकी भारी भूल है, अधिकारियों को सबक सिखाने व कांग्रेस के शासन में पुनः आने के मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बेहड़ छोड़ दें, वे किच्छा के विकास व अपने वादों को पूरा करने में ध्यान दें तथा इस बात का स्मरण करें कि रुद्रपुर में इन्हीं सब हरकतों से जनता उन्हें दो बार लगातार हराया तथा किच्छा में भी रंगे सियार की कलाई खुल रही है, जनता पछता रही है तथा आने वाले चुनाव का इंतजार कर रही है!