हल्द्वानी एसडीएम कोर्ट में विभिन्न संगठनों का प्रदर्शन सल्ट की घटना पर उबाल जातिवादी मानसिकता को कोसा

हल्द्वानी एसडीएम कोर्ट में विभिन्न संगठनों का प्रदर्शन सल्ट की घटना पर उबाल जातिवादी मानसिकता को कोसा
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संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी |

हल्द्वानी |गुरुवार को एसडीएम कोर्ट पहुंचे शिल्पकार चेतना मंच के संयोजक बीएल आर्या ने कहा कि सल्ट की घटना ने साबित कर दिया है कि लोग आज भी जातिवादी मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाए हैं। अल्मोड़ा के सल्ट में अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से उतारने का मामला गरमाता जा रहा है। दलित युवक के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों के लोगों ने एसडीएम कोर्ट में प्रदर्शन किया। उन्होने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आज दिन पर दिन दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कहा कि इस शर्मनाक घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यह समाज को शर्मसार करने वाली घटना है। कफल्टा कांड की ही तरह बारातियों को जिंदा जला देने की धमकी दी गई जो कि अत्यंत की शर्मनाक कृत्य है।

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उन्होंने मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा एसआईटी गठित कर जांच कर दोषियों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही उन्होंने दिन पर दिन बढ़ रही दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर रोष भी जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सरकार को भी इस दिशा में ठोस और कड़े कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि इन घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो। उन्होंने एसडीएम मनीष कुमार सिंह के माध्यम से उत्तराखंड के राज्यपाल व राष्ट्रपति को मामले में कार्रवाई के लिए ज्ञापन भेजा। इस दौरान संजय कुमार, कैलाश पाण्डे, बीएल आर्या, सीआर टम्टा, बहादुर सिंह जंगी, सिराज अहमद, मो. सुलेमान, गोविंद प्रसाद, हरीश लोधी आदि मौजूद रहे।