चार साल बाद भी जाँच अधूरी नैनीताल DM द्वारा आपदा राहत कार्यों में घोर लापरवाही आर.टी.आई.का जवाब नही

चार साल बाद भी जाँच अधूरी नैनीताल DM द्वारा आपदा राहत कार्यों में घोर लापरवाही आर.टी.आई.का जवाब नही
ख़बर शेयर करें -

जनता जनार्दन की आवाज संवाददाता * HSN * अतुल अग्रवाल हल्द्वानी | नैनीताल एन.जी.टी.और उच्च न्यायलय के आदेशों के विरुद्ध खनन भंडारण की अनुमति देने के खिलाफ याचिका में सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता से कहा है कि हल्द्वानी के चोरगलिया निवासी भुवन पोखरिया ने खुद अपने केस की पैरवी करते हुए याचिका में कहा कि नैनीताल के तत्कालीन जिलाधिकारी ने अपने कार्यकाल के दैवीय आपदा से बचाव की दशा में घोर लापरवाही की गई थी, यही नही उन्होंने रिहायशी और ग्रामीण क्षेत्रो में एन.जी.टी.और उच्च न्यायलय के आदेशों के विरुद्ध जाकर खनन भंडारण की अनुमति दी गयी याचिका में कहा गया कि जिलाधिकारी ने अपने कार्यकाल के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चोरलगिया का दौरा किया और पीड़ितों को बाढ़ से बचाने का अस्वाशन दिया। लेकिन उन्होंने न तो बाढ़ शुरक्षा के लिए कोई कार्य किया और न ही बजट स्वीकृत किया। जबकि दैवीय आपदा से निबटने के लिए बजट पड़ा हुआ था।

जानकारी के मुताबिक उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय ने नैनीताल के तत्कालीन जिलाधकारी सविन बंसल द्वारा बाढ़ राहत कार्यों में घोर लापरवाही, रिहायशी और ग्रामीण क्षेत्रों में जो शपथपत्र राज्य सरकार की तरफ से दिया गया है, उसका प्रतिउत्तर दस दिन के भीतर दाखिल करें।

यह भी पढ़ें 👉  अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों को उजाड़ना बेहद ही दुःखद कृत्य आयुक्त के माध्यम से धामी को ज्ञापन प्रेषित

2020 में ये सारे साक्ष्य एकत्रित कर एक शपथपत्र देकर सचिव कार्मिक से शिकायत की। शासन ने उनकी शिकायत का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच कमिश्नर कुमायूं को सौप दी और रिपोर्ट पेश करने को कहा। चार साल बीत जाने के बाद भी जाँच पूरी नही हुई। जाँच को लेकर उन्होंने आर.टी.आई.मांगी लेकिन उन्हें आर.टी.आई.का जवाब नही दिया गया ।

वरिष्ठ न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ से याचिकाकर्त्ता भुवन पोखरिया ने कहा कि पूर्व में तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा उनके क्षेत्र में एन.जी.टी.और उच्च न्यायलय के आदेशों का अनुपालन नहीं किया। जब उनकी पत्नी बी.डी.सी.सदस्य थी तो उनके सहयोग से सभी क्षेत्रवासियों ने ईसका घोर विरोध किया था। कहा कि स्टोन क्रशर लगने पर कई लोगो के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखण्ड राज्य के विकास को आईना दिखाती व्यवस्थाएं बीमार बुजुर्ग को डंडी-कंडी पर लादकर 16 किमी की पैदल दूरी नापकर पहुंचाया अस्पताल

अधिकरियो से पीड़ित होकर उनके द्वारा उच्च न्यायलय में याचिका दायर की गई। अपनी याचिका में उन्होंने राज्य सरकार, कमिश्नर कुमायूं, सचिव कार्मिक और पूर्व जिलाधकारी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा।

याचिकाकर्ता का कहना है कि अगर उन्हें शासन ने क्लीन चिट दे दी है तो उसकी प्रति उन्हें भी दी जाय नहीं तो जाँच में क्या हुआ इसकी रिपोर्ट दी जाय। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में चीफ सेकेट्री, सेकेट्री, कार्मिक, कमिश्नर कुमायूं और तत्कालीन जिलाधिकारी सविन बंसल को पक्षकार बनाया है।

देवखड़ी नाले के तेज़ बहाव में दो कारे फंसी सवारों की अटकी सांसे ज़िम्मेदार ? >VIDEO

देवखड़ी नाले के तेज़ बहाव में दो कारे फंसी सवारों की अटकी सांसे ज़िम्मेदार ? >VIDEO

संवाददाता * HSN * अतुल अग्रवाल > 9927753077 - हल्द्वानी | शाशन प्रशासन द्वारा भारी मानसून की बारिश के चलते जनता से लगातार अपील एवम...

200 करोड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम चढ़ा गौला नदी की भेंट बचाने के लिए जनता के टैक्स का 66 करोड़ करने होंगे खर्च ,,,,,,,

200 करोड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम चढ़ा गौला नदी की भेंट बचाने के लिए जनता के टैक्स का 66 करोड़ करने होंगे खर्च ,,,,,,,

HSN * संवाददाता अतुल अग्रवाल > 9927753077 < हल्द्वानी | लालकुंआ विधानसभा में वर्ष 2017 में 200 CR से बना हल्द्वानी का ड्रीम प्रोजेक्ट (...