वही विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है इस स्थान पर दो कमरे है , जिसको किसी व्यक्ति द्वारा किरायेदारी पर देकर धनराशि वसूली जाती है आखिर ?
वही विश्वशनीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इस सरकारी परिसंम्पत्ति हो हथियाने की फ़िराक में कई वयक्ति गिद्द की निगाह गढ़ाए बैठे है
यदि सम्बंधित विभाग शाशन प्रशाशन ने जल्द ही इसका संज्ञान नहीं लिया तो अवैध कब्ज़ा कर निर्माण करने वालो के हाथो में जाने में देर नहीं लगेगी
संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | महानगर हल्द्वानी में दशकों पुराने डी के पार्क \ प्राचीन श्रीरामलीला मैदान के समीप पिछले कई दशकों पूर्व सिंचाई विभाग के द्वारा आम जनमानस के लिये एक पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था | वही इस सरकारी परिसंम्पत्ति को लेकर अलग अलग मत है ,
नगर निगम के अधिकारियो से जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ की ये परिसंम्पत्ति उनकी नहीं है | यदि बात की जाये 90 के दशक तक इसी स्थान पर सिंचाई विभाग की एक गूल जो की रोडवेज स्टेशन से व्यामशाला होते हुए यहां बहती हुई श्रीरामलीला मैदान के निकट बहती थी | समय बदलता गया | अवैध निर्माण अवैध अतिक्रमण में सिंचाई विभाग की इस गूल का अस्तित्व खत्म कर दिया | आज भी इसी स्थान पर दशकों पूर्व बनाई गई पानी की टंकी अपने अस्तित्व में है
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 हालात-ए-शहर के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
न सत्ता पक्ष, न विपक्ष, केवल जनतापक्ष *हमारा यू ट्यूब चैनल * हालात-ए-शहर *सबक्राइब करे बेल आइकॉन दबाना न भूले और देखते रहे खबरे हल्द्वानी से *अतुल अग्रवाल हालात-ए-शहर वेबसाइट www.halateshahar.in मेल आईडी atulagarwal9927@gmail.com न्यूज कवरेज़ /विज्ञापन के लिये 9927753077 * 6399599595