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माननीयो की सैलरी लाखो साथ मे पेंशन कर्मचारी वेतनमान बृद्धि की टेंशन लिये सड़को पर ?

माननीयो की सैलरी लाखो साथ मे पेंशन कर्मचारी वेतनमान बृद्धि की टेंशन लिये सड़को पर ?
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प्रदेश में 21 वर्षों से सत्ता परिवर्तन होती आई लेकिन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की मांग जस की तस नजर आई
जब जब प्रदेश में चुनाव आते हैं तब तब समान कार्य समान वेतन देने की वायदे किए जाते हैं
सत्ता पर काबिज होते ही पक्ष \ विपक्ष सरकारें इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल देती है

संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | हमारे प्रदेश को अस्तित्व में आए 21 वर्ष बीत जाने के बावजूद वर्तमान समय में सफाई कर्मचारी ,उपनल ,आशा कार्यकर्ती, नर्सेज ,संविदा कर्मचारी विगत पिछले कई वर्षों से समान कार्य समान वेतन को लेकर आंदोलनरत है | लकिन प्रदेश की विडंबना देखने को मिलती है | वर्ष 2017 में गैरसैण विधानसभा सत्र में पक्ष \ विपक्ष के द्वारा बिना किसी विरोध के सर्वसम्मति से माननीयो की सैलरी लाखो रूपये कर दी गई

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परन्तु कर्मचारियों को अपना हितेषी कहने वाली निवर्तमान एवं वर्तमान सरकारो के द्वारा कर्मचारियों की मांग समान कार्य समान वेतन को लेकर न ही गंभीरता दिखाई न ही कोई ठोस कदम उठाये गये | यदि बात की जाए वैश्चिक महामारी में अपना परिवार अपने बच्चो से दूर रहकर मरीजों की सेवा में निरन्तर अपने कर्तव्य को निभाती रही उनको वो भी आजतक अपने मेहनताना वेतनमान को लेकर संघर्षरत है यहाँ तक की बुद्धपार्क में 78 दिनों तक धरना प्रदर्शन भी किया गया नतीजा कई दौर की वार्ता के उपरांत तानाशाह रवैया अपनाते हुए धरना खत्म करवाया गया

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वर्ष 2007 से प्रदेश के कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन करते आ रहे है , आज भी स्वच्छता कर्मी , आशा कार्यकर्ती , उपनल , नर्सेस , संविदा कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर सड़कों पर आंदोलन करते नजर आ रहे है |

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सबसे अहम बात यह है जब जब प्रदेश में चुनाव आते हैं तब तब समान कार्य समान वेतन देने की वायदे किए जाते हैं परंतु सत्ता पर काबिज होते ही दोनों ही सरकारें इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल देती है वहीं विपक्ष के द्वारा सत्ता पक्ष पर कर्मचारियों के उत्पीड़न को लेकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करते नजर आते हैं प्रदेश में 21 वर्षों से सत्ता परिवर्तन होती आई लेकिन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की मांग जस की तस नजर आई

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