दलबदल करने वाले प्रत्याशी के आने से पार्टी के कार्यकर्ताओं का टूटता है मनोबल -दिनेश थुवाल

दलबदल करने वाले प्रत्याशी के आने से पार्टी के कार्यकर्ताओं का टूटता है मनोबल -दिनेश थुवाल
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संवाददाता अतुल अग्रवाल – डिजिटल चैनल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी |

पार्टी हाईकमान विधानसभा 2022 के चुनावों को लेकर जो फैसला करेगी वह हमको सर्वमान्य होगा -दिनेश थुवाल
राज्य को बने इतना समय बीत जाने के बाद भी आज भी राज्य आंदोलनकारियो के सपने से राज्य से अछूता हैं
पलायन -बेरोजगारी- बेतहाशा महंगाई जन समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी को आगे आना चाहिये
चुनावों से पूर्व बाहरी व्यक्ति आकर जब दावेदारी करता है इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को ठेस पहुंचती है
जिसके कारण पार्टी को भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ता है –दिनेश थुवाल

हल्द्वानी | किच्छा 67 विधानसभा से प्रवल दावेदार -दिनेश थुवाल ( राज्य आंदोलनकारी पूर्व राज्यदर्ज़ा मंत्री ) – स्वराज आश्रम पहुँचे हमारे द्वारा खास बातचीत की गई बातचीत के दौरान दिनेश थूवाल कहा गया वर्तमान में राजनीतिक गलियारों में विधानसभा 2022 के चुनाव को लेकर गतिविधियां जारी है | अभी हम सभी कांग्रेसी 16 दिसंबर को राहुल गांधी की देहरादून में प्रस्तावित परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा की तैयारियों में जुटे हैं , बात की जाये विधानसभा की तो हमने 67 किच्छा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से प्रबल दावेदारी की है,

जैसा आज पार्टी का कहना है युवा आगे आएं उसी सोच के साथ हमारे द्वारा भी दावेदारी की गई है, वही उनके द्वारा बताया गया है कि पूर्व में भी पार्टी ने हमको पूर्व राज्य दर्जा मंत्री का दायित्व दिया था ,जिसका निर्वहन करते हुए हमने पार्टी के लिए हमेशा बढ़-चढ़कर विधानसभा किच्छा क्षेत्र में कार्य किए हैं, उसी को देखते हुए हम भी चाहते हैं विधानसभा 2022 के चुनावों में पार्टी हाईकमान हमको भी एक अवसर प्रदान करें

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दिनेश थूवाल द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड राज्य निर्माण के वक्त हमने भी काफी संघर्ष किया है हम भी फतेहगढ़ जेल में बंदी बना लिए गए थे हमारे द्वारा राज्य निर्माण के लिए काफी संघर्ष की गए थे आज उसी संघर्ष का नतीजा है कि हमको एक अलग राज्य मिला परंतु जिस सपने को लेकर उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था राज्य को बने इतना समय बीत जाने के बाद भी आज भी राज्य आंदोलनकारियो के सपने से राज्य से अछूता हैं ,वही उनके द्वारा यह भी कहा गया है कि हम मानते हैं

दिनेश थूवाल का कहना है पूर्व में हमारी सरकार ने बहुत से कार्य किए परंतु पहाड़ों से -पलायन -बेरोजगारी- बेतहाशा महंगाई नई नई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी को आगे आना चाहिए वही इनके द्वारा कहां गया कि यदि बात की जाए जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशी की हमारे द्वारा विगत कई वर्षों से जमीनी स्तर से कार्य किए गए हैं हम कभी भी यह इस बात को बर्दाश्त नहीं करेंगे कि हमारी विधानसभा क्षेत्र में कोई भी बाहरी व्यक्ति आकर प्रत्याशी बन कर चुनाव लड़े ,हमने तो कांग्रेस पार्टी के उच्च पदाधिकारियों के समक्ष एक बात रखी है जो जिस क्षेत्र मैं कार्य कर रहा है उसी क्षेत्र से प्रत्याशी बन चुनाव लड़े

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दिनेश थूवाल का कहना है कि जिस विधानसभा क्षेत्र से जो प्रत्याशी अपना नाम देता है पार्टी को उसी प्रत्याशी को आगे ला चुनाव लड़ाना चाहिए जिससे पार्टी को एक जिताऊ और टिकाऊ प्रत्याशी मिलेगा तो पार्टी के कार्यकर्ता भी खुश रहेंगे जनता भी अपना पूरा समर्थन देगी एवं प्रत्याशी भी पूरी लगन के साथ अपनी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य करेगा

वही नैनीताल विधानसभा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महिला कांग्रेस से सरिता आर्या एवं हेम आर्या के द्वारा मीडिया से रूबरू होते हुए कहा गया था कि यदि पार्टी उनको टिकट नहीं देती है तो वह पार्टी छोड़ने को हो जाएंगे मजबूर ,इस पर किच्छा विधानसभा से प्रबल दावेदार दिनेश थूवाल का कहना है कि इसमें पार्टी हाईकमान को विचार करना पड़ेगा दलबदल करने वालों के आने से पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है प्रत्याशी 5 वर्ष पूरे पार्टी की विचारधारा को नीतियों को जन जन तक पहुंचा कर पार्टी को आगे लाने का कार्य करती है वही चुनावों से पूर्व बाहरी व्यक्ति आकर जब दावेदारी करता है इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को ठेस पहुंचती है जिसके कारण पार्टी को भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ता है

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यही हालात हमारी विधानसभा किच्छा में पूर्व में भी रहे हैं और आज भी देखने को मिल रहे हैं जैसे तिलक राज बेहड़ हमारी विधानसभा की किच्छा से दावेदारी की बातें कर रहे हैं उनके लिये दिनेश थूवाल बेहड़ से यही कहा गया कि आप अपनी विधानसभा से चुनाव लड़े यह हमारी विधानसभा में पहुंच कर आप दावेदारी किस आधार पर कर रहे हैं ,ऐसे ही सरिता आर्या एवं हेम आर्या का कहना उचित है ,हम भी यही चाहते हैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को उनका अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए इस विषय में पार्टी के हाईकमान को भी भारी मंथन करना चाहिए , दिनेश थूवाल द्वारा यह भी कहा गया है कि पार्टी हाईकमान विधानसभा 2022 के चुनावों को लेकर जो फैसला करेगी वह हमको सर्वमान्य होगा।