संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ‘ हल्द्वानी




हल्द्वानी। महानगर हल्द्वानी में जाम नासूर बन अपने पैर पसारता जा रहा है | शहर में कही भी जाइये जाम के ताम झाम में घंटो फंसे रह जाइये इसका मुख्य कारण अतिक्रमणकारियों के बुलंद हौसले बात की जाये हाईवे की या बाजार छेत्र की पैदल पथमार्ग फुटपाथ पर व्यापारियों द्वारा कब्ज़ा कर अतिक्रमण की ज़द में लेकर अपने वाहन सड़को पर खड़े कर मार्ग अवरुद्ध करना आदत में शुमार हो गया है | जब जब शासन प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही करता है छुट्ट भैया नेता अपनी नेतागिरी चमकाते हुये व्यापारियों का हो रहा उत्पीड़न का रोना रट है ?

जाम के ताम झाम से मुक्ति दिलाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने जाम से मुक्ति दिलाने के लिए एक प्रस्ताव एडीबी को उपलब्ध करा दिए हैं। अब एडीबी की ओर से नियुक्त एजेंसी इन प्रस्तावों पर विचार कर रही है। अगर सब कुछ सही रहा तो नगर निगम क्षेत्र में लोगों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी।

एडीबी ने हल्द्वानी नगर निगम के विकास के लिए 2025 करोड़ का लोन स्वीकृत किया है। इसके लिए नगर निगम में हुई बैठक में शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम ने लोक निर्माण विभाग से सुझाव मांगे थे। लोक निर्माण विभाग ने अपने सुझाव एडीबी की ओर से नियुक्त एजेंसी टाटा कंसलटेंसी को सुझाव उपलब्ध करा दिए हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी ने बताया कि निगम के आदेशानुसार एडीबी की ओर से नियुक्त एजेंसी को अपने सुझाव दिए गए हैं।
ये सुझाव दिए हैं –

- रामपुर रोड से आने वाले वाहन हुंडई शोरूम से मेहता चेरिटेबल अस्पताल से दोनहरिया आईटीआई से होते हुए मुखानी से काठगोदाम निकाले जा सकते हैं। इसके लिए नहर कवर करनी होगी।
- नैनीताल से आने वाले ट्रैफिक को काठगोदाम कॉलटैक्स से होते हुए पनचक्की चंबल पुल से चौफुला चौराहे तक सड़क को दो लेन करने की योजना चल रही है।। इसी क्रम में चौफुला चौराहे से कठघरिया कमलुवागांजा तक नहर कवर करते हुए दो लेन में मार्ग का निर्माण कर सीधे रामनगर / बाजपुर को भेजा जा सकता है।
- हल्द्वानी शहर के तीन मुख्य मार्ग है, जिनमें यूटिलिटि डक्ट का निर्माण करते हुए पैदल यात्रियों के लिये पैडिस्ट्रियन निर्माण, जंक्शन का सुधार, रोड फर्नीचर सौंदर्यीकरण कर उपलब्ध जगह में सड़क चौड़ी की जाए।
- तीनपानी से नरीमन काठगोदाम तक हल्द्वानी शहर का सबसे व्यस्ततम एवं मुख्य मार्ग है। उक्त मार्ग से दिल्ली एवं बाहरी राज्यों से आनो वाले समस्त पर्यटक नैनीताल एवं अन्य पर्यटक स्थलों में जाते हैं। इसलिए इस मार्ग को कुमाऊंनी सांस्कृतिक विरासत के रूप में संजोने के लिये विभिन्न मूर्ति कला एवं विद्युत प्रकाश किया जाए।
- तिकोनिया स्थित लोनिवि के निरीक्षण भवन को पर्वतीय शैली में पुनर्निर्माण कर अतिथियों एवं शासकीय कार्य में उपयोग में लाया जा सकता है।
- संघन यातायात वाले स्थानों पर फुटओवर ब्रिज / सबवे का निर्माण किया जाना चाहिए।
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