2022 उत्तराखंड चुनाव ना कांग्रेस ना भाजपा को वोट वोट इस बार स्कूल के नाम-मनीष

2022 उत्तराखंड चुनाव ना कांग्रेस ना भाजपा को वोट  वोट इस बार स्कूल के नाम-मनीष
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21 वर्ष के कार्यकाल में दोनों सरकारे उत्तराखंड के बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनवा सके तो डूब के मर जाना चाहिए
दोनों सरकारी उत्तराखंड के बच्चों को शिक्षित करना नहीं चाहती
कांग्रेस एवं भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाए गए कि उत्तराखंड का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है

संवाददाता अतुल अग्रवाल -डिजिटल चैनल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी

हल्द्वानी | दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज पहुंचे हल्द्वानी के श्रीरामलीला मैदान में अपने वक्तव्य बोलते हुए उनके द्वारा बताया गया कि | पंतनगर एयरपोर्ट से चलने के पश्चात जब लाल कुआं विधानसभा में थोड़ी देर रुके , उनके द्वारा एक स्कूल का निरीक्षण किया गया सिसोदिया के द्वारा दोनों सरकारों को घेरते हुए कहा गया कि ,उन्होंने ऐसी कल्पना भी नहीं की थी कि हमको इतना खराब स्कूल देखने को मिलेगा ,

मनीष का कहना है कि इतना खराब भी स्कूल हमने अपनी जिंदगी में आज तक नहीं देखा उनके द्वारा बताया गया कि सरकारी स्कूल के प्रांगण में दो छोटे छोटे कमरे बनाए गए हैं जो कि एक कमरा प्रधानाचार्य महोदय का एवं दूसरा कमरा टीचरों के बैठने के लिए है, वही उनके द्वारा कहा गया कि बाहर परिसर में एक कच्ची दीवार बनाकर टिन शेड लगाने के उपरांत एक ब्लैक बोर्ड लगा दिया गया , जिसके ऊपर कक्षा 1 से कक्षा 5 तक संचालित की जा रही है ,इसी टिन शेड में उत्तराखंड का भविष्य बच्चे शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं

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मनीष सिसोदिया द्वारा कांग्रेस एवं भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाए गए कि उत्तराखंड का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है , वही दोनों सरकारों को घेरते हुए आरोप लगाए गए कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों के द्वारा बड़े-बड़े खोखले दावे किए जाते हैं, हमने प्रदेश में यह किया हमने प्रदेश के लिए वह किया वही

मनीष सिसोदिया ने कहा कि यदि 21 वर्ष के कार्यकाल में दोनों सरकारे उत्तराखंड के बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनवा सके तो डूब के मर जाना चाहिए , वही उनके द्वारा कहा गया कि जब 7 वर्ष पूर्व आम आदमी पार्टी दिल्ली में आई थी ,उस वक़्त दिल्ली के सरकारी स्कूल के हालात भी ऐसे ही थे ,अरविंद केजरीवाल के द्वारा काम करने की नियत से सरकार चलाई और आज दिल्ली के स्कूल प्राइवेट स्कूलो से भी आगे निकल गए सरकारी स्कूल ,

राष्ट्रीय पार्टियों के घेरते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि 21 वर्ष हो गए राज्य को बने हुए -5 साल कांग्रेस 5 साल भाजपा और इन सरकारों से प्रदेश के सरकारी स्कूल तक भी सही नहीं किए गए वही मनीष का कहना है कि यदि केजरीवाल 5 वर्षों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तस्वीर और तकदीर बदल सकते हैं तो उत्तराखंड के स्कूलों की क्यों नहीं

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मनीष के द्वारा कांग्रेस एवं भाजपा पर आरोप लगाए गए कि यह एक साजिश है उत्तराखंड के नौनिहालों के साथ क्योंकि यह दोनों राष्ट्रीय पार्टियां जानती हैं यदि बच्चे पढ़ गए तब सरकारों से सवाल करेंगे यदि बच्चे शिक्षित हो गए तो काम मांगेंगे यदि उत्तराखंड के बच्चे शिक्षित हो गए तो नेताओं की आंख में आंख डाल कर बात करेंगे की उत्तराखंड की जनता को आज तक धोखे क्यों रखा , इसलिए दोनों सरकारी उत्तराखंड के बच्चों को शिक्षित करना नहीं चाहती उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह दोनों पार्टियों चाहती है कि बच्चे शिक्षा ग्रहण न कर सके और जिनको पढ़ना है वह राज्य से बाहर जाकर दूसरे राज्यों में शिक्षा ग्रहण करें , मनीष ने कहा कि उत्तराखंड के लोग बाहर भी अभी बच्चों को शिक्षा दे देंगे वहीं उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि उत्तराखंड की जनता एक एक वोट से उत्तराखंड में स्कूल बनेगा उत्तराखंड की वोटर की ताकत से बनेगा उनके द्वारा कहा गया कि यदि दिल्ली केजरीवाल कर सकते है तो उत्तराखंड में भी सब कुछ केजरीवाल कर सकते हैं ,

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दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के द्वारा बताया गया कि दिल्ली में तो केंद्र सरकार एक रुपया तक नहीं देती सरकार को स्कूल बनाने के लिए ,उन्होंने यह भी कहां की केंद्र सरकार उत्तराखंड को 25000 हजार करोड का बजट शिक्षा के क्षेत्र के लिए एक देता है , उनके द्वारा आरोप लगाया गया कि कहां जाता है यह इतना पैसा वही उनके द्वारा यह भी बताया गया कि यदि दिल्ली के स्कूल में एक टीचर भी लगाना होता है उसकी फाइल एलजी को भेजनी पड़ती है ,उत्तराखंड में तो कोई भी फाइल राज्यपाल महोदय के पास भी भेजीनी नहीं पड़ती,

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के द्वारा कहा गया कि प्रदेश में 5 साल भाजपा 5 साल कांग्रेस आखिर क्या करते रहे राज्य की शिक्षा के लिए उनका कहना है कि 2022 के चुनाव में जब दोनों पार्टियों वोट मांगने आए तो इनसे एक सवाल जरूर करें एक बार तुमको भी देखा एक बार तुमको भी देखा 2022 के विधानसभा चुनावों में वोट केवल स्कूल के नाम पर ही पड़ेगा 2022 के चुनावों में उत्तराखंड में वोट ना कांग्रेस को पड़ेगा ना भाजपा को पड़ेगा केवल स्कूल के नाम पर ही वोट पड़ेगा उत्तराखंड में इस बार वोट स्कूल के नाम

सरकार नगर निकाय चुनावो की तैयारी में जुटी सुत्रोंनुसार  इस तारीख को जारी हो सकती है अधिसूचन,,,,,

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जनता जनार्दन की आवाज * HS NEWS *संवाददाता अतुल अग्रवाल * हल्द्वानी | विश्वसनीय सूत्रों से एक बड़ी खबर देहरादून से प्राप्त हो रही है...