हर हाल में सत्ता पर काबिज़ के लिए सोशल मीडिया पर लगाम 100 साइबर कमांडो 24 घंटे तैनात ?

हर हाल में सत्ता पर काबिज़ के लिए सोशल मीडिया पर लगाम 100 साइबर कमांडो 24 घंटे तैनात ?
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  • जनता जनार्दन की आवाज संवाददाता अतुल अग्रवाल * हल्द्वानी | हल्द्वानी विश्वनीय सूत्रों के हवाले से देहरादून से मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा आम चुनाव में सोशल मीडिया पर पुलिस की पैनी नजर है।

देशभर में चुनावी माहौल को लेकर गृह मंत्रालय की आईफोरसी (इंडियन साइबर क्राइम कंट्रोल एंड कोऑर्डिनेशन) यूनिट भी इस दिशा में एक्टिव हो चुकी है। पुलिस के अनुसार, आईफोरसी चुनाव के लिए फेक वायरल मैसेज और डीप फेक को सोशल मीडिया से हटाने को साइबर एक्सपर्ट की एक विशिष्ट टीम बनाई है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई गलत कंटेंट डालेगा, तो उसे सर्विस प्रोवाइडर को सूचित करके हटवा दिया जाएगा।

100 साइबर कमांडो 24 घंटे सोशल मीडिया पर नजर रखने की अहम ज़िम्मेदारी सौपी जानकारी के मुताबिक साइबर कमांडो ने अब तक हजारों ऐसे मैसेज और मीडिया फाइल को डिलीट कराया है, जो भविष्य में चुनाव प्रभावित कर सकती हैं। वही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से सैकड़ों सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की छानबीन की जा रही है। जांच के उपरांत ऐसे शोसल मिडिया अकाउंटस को ब्लॉक कराने के साथ-साथ संबंधित के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है।

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यदि बात की जाये विगत पिछले एक दशक से देश में प्रत्येक चुनावो में सोशल मीडिया – फेसबुक – वाट्सअप – ईस्टाग्राम – ट्विटर की अहम भूमिका रहती है। वही वर्ष 2014 के चुनावो में एक राजनीतिक पार्टी और उनके समर्थको ने शोशल मिडिया का जाल फैलाकर चुनावो को जितने के लिये दिन रत एक कर दिए – परन्तु आज वही राजनैतिक पार्टी सोशल मीडिया पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कर रही है

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उनका कथनं है कि ऐसे बहुत से मैसेज होते हैं, जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इसके साथ ही बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो ध्रुवीकरण के जिम्मेदार होते हैं। इससे किसी एक राजनीतिक पार्टी को लाभ और अन्य दलों को नुकसान होने का खतरा रहता है। — ध्रुवीकरण के कारण समाज में वैमनस्य फैलने का भी भय रहता है।

यदि बात की जाये तो केवल सत्ता पर काबिज़ होने के लिए ये तुगलगी फरमान जारी तो नहीं किया गया है – वही इन्हीं सब पर नजर रखने को अबकी पुलिस की ओर से बड़े इंतजाम किए गए हैं।

चुनाव के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एकीकृत टीम एसटीएफ और साइबर थाने के अंतर्गत काम कर रही है। सभी 13 जिलों में पुलिस की साइबर सेल को भी सोशल मीडिया की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई है।

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वर्तमान समय में पूरे प्रदेश में 100 साइबर कमांडो हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है। इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय में इस टीम के प्रतिदिन के कार्य की लगातार मॉनिटरिंग भी की जा रही है। पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के भारतीय अधिकारियों को पत्र भेजकर चुनाव की संवेदनशीलता की जानकारी दी गई है।

इस कार्य के लिए इन कंपनियों से कहा गया कि वह पुलिस की रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई करते हुए भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट करने वालों के अकाउंट को तत्काल ब्लॉक करें।

इसके लिए दिल्ली और मुंबई के कई दफ्तरों से उत्तराखंड पुलिस को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया है।