करोडो की ट्रस्ट MBPG के पूर्व लैब असिस्टेंट व बेटी कालू सिद्ध मंदिर में मांग रहे भीख ज़िम्मेदार ?

करोडो की ट्रस्ट MBPG के पूर्व लैब असिस्टेंट व बेटी कालू सिद्ध मंदिर में मांग रहे भीख ज़िम्मेदार ?
ख़बर शेयर करें -
  • जनता जनार्दन की आवाज संवाददाता अतुल अग्रवाल * हल्द्वानी | हल्द्वानी के एमबीपीजी के पूर्व लैब असिस्टेंट सतीश अग्रवाल और उनकी बेटी वर्तमान में सड़कों पर घूम रहे हैं सतीश ने एमबीपीजी कॉलेज में लगभग 35 साल अपनी सेवा दी है और अब वह अपनी बेटी के साथ पिछले दो सप्ताह से रोडवेज स्टेशन में रह रहे हैं उनकी बेटी कालू सिद्ध मंदिर के पास भीख मांग रही थी सतीश ने एमबीपीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग में बतौर लैब असिस्टेंट काम किया है। वह 2011 में सेवानिवृत्त हुए लेकिन इसके बाद भी उन्होंने 2015 तक कॉलेज में अपनी सेवा दी। सतीश ने बताया कि कोरोनाकाल के बाद उन्होंने कॉलेज जाना छोड़ दिया था सतीश का शासन-प्रशासन से भरोसा उठ चुका है।उन्होंने बताया कि जब उनकी पत्नी बीमार हुई थी तो उन्होंने कई नेताओं और अधिकारियों से मदद मांगी लेकिन उनको कहीं से भी मदद नहीं मिल पाई। बताया कि अब उनका सरकार और प्रशासन पर विश्वास नहीं रहा। बेटी के इलाज के लिए भी उन्होंने सरकारी मदद चाही लेकिन कहीं से उनको सहयोग नहीं मिल सका
यह भी पढ़ें 👉  चुनाव आयोग के प्रमुख शैलेश अग्रवाल संगठन के ढांचे को मजबूत करने पहुंचे हल्द्वानी

सतीश अग्रवाल जी की बेटी भी बीमार हो गई। बेटी का वर्तमान में बेस में इलाज चल रहा है। इससे पहले बेटी के इलाज के लिए वे लोग ऋषिकेश एम्स, दिल्ली और राममनोहर लोहिया अस्पताल के भी चक्कर काट चुके हैं। बाद में परिवार पर मुसीबतें बढ़ती गईं। जिसके बाद अब जी स्कूल में पढ़ाती थी बेटी: सतीश ने बताया कि उनकी बेटी अकाउंट फ्रीज नहीं मिल पा रहा लाभ सतीश ने बताया कि उनका बैंक अकाउंट फ्रीज है। बताया कि साइबर फॉड के कारण वह अपने अकाउंट में लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं। बताया कि उन्होंने नौकरी से कमाई अपनी अधिकांश पूंजी अपनी पत्नी के इलाज में खर्च कर दी और वर्तमान में . उनकी बेटी के इलाज के लिए उनके पास रुपये नहीं है। बाप और बेटी भीख मांगने तक पर मजबूर हैं। एमबीपीजी के प्रोफेसर, लैब असिस्टेंट और अन्य कर्मियों को जब सतीश व उसके परिवार की हालत के बारे में जानकारी मिली तो वह भी आश्चर्य में पड़ गए

यह भी पढ़ें 👉  भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशानुसार वोटर ग्लब्स पहन करेगा वोट- नोडल अधिकारी हरवीर सिंह

पोस्ट ग्रेजुएट है और वह किच्छा के सूरजमल स्कूल में पढ़ाती थी लेकिन किसी कारण से उसकी नौकरी छूट गई। आज वह सड़कों पर भीख मांग रही है। एमबीपीजी कॉलेज के लैब असिस्टेंट और अन्य कर्मचारियों ने बताया कि सतीश की बेटी ने गणित विषय से एमएससी किया है सतीश अग्रवाल। अमृत विचार कि समय-समय पर होने वाली प्रयोगात्मक परीक्षाओं में ड्यूटी करने पर उनको मेहनताना दिया जाता था। कोरोनाकाल से पूर्व उनकी पत्नी की गंभीर बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी जिसके बाद से वह सदमे में हैं। सतीश ने बताया कि पत्नी के इलाज में उन्होंने अपनी जीवन भर की पूंजी खर्च कर दी और वह इससे उबरे समाजसेवी हेमंत गोनिया ने जब सतीश अग्रवाल की कथा सुनी तो वह उनकी मदद को आगे आए उन्होंने बी डिग्री कॉलेज के पूर्व छात्र नेता सुरेंद्र सिंह रौतेला बबली को भी मदद के लिए आगे बुलाया तथा एमबीपीजी की पूर्व प्रोफेसर रश्मि पवार मैडम भी मदद को आगे आएगी और समाज के कई लोग मदद को आगे आए रोडवेज स्टेशन में इंचार्ज इंदिरा भट्ट जी से वार्तालाप की जिलाधिकारी और उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया आज जब वह स्टेशन पहुंचे तो हल्द्वानी अग्रवाल सभा के लोग उन्हें ले गए और उन्हें जब फार्म में कमरा दिलवा दिया अब वही उनकी मदद कर रहे हैं सतीश अग्रवाल के पास बैंक अकाउंट में लाखों रुपए थे और पोस्ट ऑफिस में कई आइडिया भी थी पता नहीं वह ऐसा क्यों कर रहे थे यह समझ में नहीं आया बस समाज से भी लोग तो मदद को आ गया है यही उनका कर्तव्य है जिसका कोई नहीं उसके समाजसेवी लोग होते हैं

सरकार नगर निकाय चुनावो की तैयारी में जुटी सुत्रोंनुसार  इस तारीख को जारी हो सकती है अधिसूचन,,,,,

सरकार नगर निकाय चुनावो की तैयारी में जुटी सुत्रोंनुसार इस तारीख को जारी हो सकती है अधिसूचन,,,,,

जनता जनार्दन की आवाज * HS NEWS *संवाददाता अतुल अग्रवाल * हल्द्वानी | विश्वसनीय सूत्रों से एक बड़ी खबर देहरादून से प्राप्त हो रही है...