सूदखोरों का आतंक

सूदखोरों का आतंक
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10 हज़ार रु 8 \12 \21 में > 30 हज़ार रु 11 \ 1 \22 में > टोटल 40 हज़ार रु – जो कि 3 \ 2 \ 23 में _ असल + ब्याज मिलाकर – 70 हज़ार रु हो गई ,

संवाददाता अतुल अग्रवाल ” HS NEWS ” हल्द्वानी – महानगर हल्द्वानी में सूदखोरी का कारोबार चरम पर है आये दिन चौकी थानों में ( सूदखोरों ) के सताये लोग लेनदेन के मामले लेकर पहुंच रहे है | यदि बात की जाये तो अब सूदखोरों के कदम घरो तक पहुंच रहे है |

जानकारी के अनुसार महानगर हल्द्वानी में सूदखोरों ने मकडज़ाल फैला रखा है , रकम के लेनदेन के वक़्त किसी भी प्रकार के दस्तावेजों पर इकरारनामा नहीं किया जाता जिसका लाभ उठाते हुए सूदखोर करते है जनता का उत्पीड़न इससे गली मौहल्लो में रहने वाली महिलाये भी अछूती नहीं है , जानकारी के अनुसार कुछ महिलाये एवम युवा इन सूदखोरों से ब्याज पर पैसा उठाते है , मोटी कमाई के लालच में अधिक ब्याज पर आगे देते है ,

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मामला उस वक़्त प्रकाश में आता है जब धनराशि लेने वाला केवल ब्याज भरते भरते थक जाता है , एवम असल रकम नहीं चुका पाता जिसके बाद मामला चौकी थाने पहुँचता है , सबसे अहम सवाल अक्सर सुनने में भी आता है की सूदखोरों की दबंगाई के चलते कर्ज़दार ने उठाया गलत कदम।

आखिर ये कौन लोग है जो मोटे ब्याज पर धनराशि देकर लोगो की ज़िंदगी से करते है खिलवाड़

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  • अभी कुछ दिनों पहले ऐसा ही मामला शहर की एक चौकी में पहुंचा जहा एक गरीब महिला के द्वारा एक स्वर्णकार पर आरोप लगाया गया कि महिला ने अपने ईलाज के लिये अपने कुछ जेवर गिरवी रख धनराशि ली महिला ने आरोप लगाया कि उसके द्वारा
  • 10 हज़ार रु 8 \12 \21 में > 30 हज़ार रु 11 \ 1 \22 में > टोटल 40 हज़ार रु – जो कि 3 \ 2 \ 23 में _ असल + ब्याज मिलाकर – 70 हज़ार रु हो गई ,

महिला द्वारा बताया गया कि जैसे तैसे रकम अदा कि परन्तु इसके बाद सूदखोर स्वर्णकार ने उसकी एक अंगूठी देने से किया साफ इंकार , यानि की बात की जाये मात्र ( 14 महीनो ) में 30 हज़ार ब्याज ?

वही शहर में कुछ महिलाओ के द्वारा भी इस गोरख धंधे में लगाया जा रहा है मोटे ब्याज का चूना जानकारी के मुताबिक कुछ महिलाये कम ब्याज पर धनराशि उठाती है और मोटे ब्याज पर आगे बढ़ा देती है

मामला उस वक़्त बिगड़ता है जब पैसा लेने वाले ब्याज तो दूर की बात है असल धनराशि भी नहीं देते यदि जल्द ही सूदखोरों पर लगाम नहीं लगाई गई सूदखोरों के हौसले बुलंद होते रहेंगे ब्याज पर रकम लेने वाले गरीब परिवार उजड़ते रहेंगे