गलत नीतियों का नतीजा उत्तर प्रदेश से अपना वर्चस्व खो चुकी कांग्रेस-शुऐब

गलत नीतियों का नतीजा उत्तर प्रदेश से अपना वर्चस्व खो चुकी कांग्रेस-शुऐब
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एक समुदाय को लेकर वोट बैंक की राजनीति करती है कांग्रेस -शुऐब

2022 के विधानसभा चुनावो में वोट बैंक की राजनीति में सफल नहीं होगी

संवाददाता अतुल अग्रवाल – डिजिटल चैनल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सजान समाजवादी पार्टी कैंप कार्यालय हल्द्वानी पहुंचे ,उनके द्वारा कुमाऊं मंडल के सभी जिला अध्यक्षों के साथ वार्ता कर आगामी 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर मंथन किया गया | शुऐब अहमद के द्वारा बताया गया कि सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि 30 नवंबर तक सभी अपने आवेदन पत्र कैंप कार्यालय हल्द्वानी जमा करेंगे

,वही उनके द्वारा बताया गया कि आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर 1 दिसंबर से 15 दिसंबर के मध्य प्रत्याशियों की प्रथम सूची घोषित की जाएगी ,वही कार्यक्रम के दौरान हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में कई कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने के लिए नए दायित्व सौपे शुऐब अहमद के द्वारा बताया गया कि , अभी 2 दिन पूर्व ही नगीना में एक बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी के शासनकाल से एक बड़ा धड़ा नाखुश हैं , जिस मकसद को लेकर  उत्तराखंड राज्य बनाया गया था दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां उस मकसद को पूरा नहीं कर सकी ,जिसके चलते जनता में काफी रोष व्यक्त है ऐसे व्यक्तियों से समाजवादी पार्टी संपर्क बनाए हुए हैं, शुऐब अहमद के द्वारा बताया गया कि राज्य में लगभग 25 लाख की आबादी वाले प्रदेश में जो संगठन काम कर रहा है , वह संगठन समाजवादी पार्टी मैं सम्मिलित हो गया है ,आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पूर्ण तैयारी की जा चुकी है शुऐब अहमद का कहना है कि समाजवादी पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो उत्तर प्रदेश में भाजपा के कदम रोक सकती है , वही उनके द्वारा बताया गया कि वर्ष 2017 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के द्वारा एक समाज को लेकर वोट बैंक की राजनीति पूरे देश में की गई थी , गलत सोच गलत निर्णय का नतीजा है आज पूरे देश उत्तर प्रदेश से अपना वर्चस्व खो चुकी है , वर्ष 2017 में उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस पार्टी के द्वारा कितने अल्पसंख्यकों को विधायक की दावेदारी करने का मौका दिया गया , वही अल्पसंख्यकों के वोटों की बात करती है वही उनके द्वारा कहा गया कि वर्ष 2017 में 68 दावेदारों में से केवल 9 ही अपनी जित दर्ज़ करा सके वही दो अल्पसंख्यकों को टिकट दिया गया था ,70 विधानसभाओं से मात्र 11 सीटें कांग्रेस पार्टी लाइ जिसमें दो अल्पसंख्यक विधायक बने कांग्रेस पार्टी केवल टिकट का वितरण वोट बैंक की राजनीति करने के लिए करती है सभी को इस्तेमाल करना चाहती है परंतु वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावो में वोट बैंक की राजनीति में सफल नहीं होगी

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सरकार नगर निकाय चुनावो की तैयारी में जुटी सुत्रोंनुसार  इस तारीख को जारी हो सकती है अधिसूचन,,,,,

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जनता जनार्दन की आवाज * HS NEWS *संवाददाता अतुल अग्रवाल * हल्द्वानी | विश्वसनीय सूत्रों से एक बड़ी खबर देहरादून से प्राप्त हो रही है...