2017 से फरार नामी माओवादी भास्कर पांडे अल्मोड़ा से गिरफ्तार

2017 से फरार नामी माओवादी भास्कर पांडे अल्मोड़ा से गिरफ्तार
ख़बर शेयर करें -

हालात-ए-शहर – संवाददाता अतुल अग्रवाल

माओवादी गतिविधियों में वांछित भास्कर पांडेय, भुवन पांडे, तरुण उर्फ मनीष पांडे पर 20 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया थ। हाल में पकड़े 50 हजार के इनामी देवेन्द्र चम्याल की गिरफ्तारी के बाद भास्कर का नाम सामने आया था। जिसके बाद पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। अब अल्मोड़ा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। माओवादी गतिविधियों में भास्कर पांडेय निवासी आरतौला जागेश्वर जिला अल्मोड़ा पर पुरस्कार राशि बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दी गई थी।

उसके खिलाफ धारी में सरकारी वाहन जलाने नैनीसार में तोडफ़ोड़ और दीवारों पर नारे और पोस्टर लगाने का आरोप है। वर्ष 2014, 2015 और 2017 में कुमाऊं में सरकार विरोध पोस्टर लगाने, चुनाव बहिष्कार आदि की घटनाओं में भाष्कर भी शामिल था। भाष्कर के खिलाफ अल्मोड़ा के सोमेश्वर और द्वारहाट थानों में चार और राजस्व क्षेत्र पल्यो में भी पोस्टर चिपकाने और अन लॉ फुल एक्टिविटी एक्ट के दो मुकदमे दर्ज हैं। अब अल्मोड़ा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर माओवाद के अंतिम सिपाही को पकड़ा है।

यह भी पढ़ें 👉  राधा आर्या ने अपनी पूरी टीम के साथ महर्षि बाल्मिकी शोभायात्रा का फूलों की वर्षा कर किया भव्य स्वागत> VIDEO

2017 के अल्मोड़ा और नैनीताल के लोक संपत्ति अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत था तीन मुकदमे , इसमें फरार था शासन के लिए 50000 का इनाम बढ़ाने हेतु प्रस्ताव भेजा गया था
भास्कर पांडे हल्द्वानी में एक कोरियर जिसका नाम व राजेश बता रहा था को पेनड्राइव तथा कुछ लिखित मटेरियल देने जा रहा था हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के पास ।भास्कर पांडे इस दौरान किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय था
।भास्कर पांडे खीम सिंह बोरा का सबसे खास साथी माना जाता है जिसे यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था
इस दौरान भास्कर पांडे द्वारा भारत में कई जगह ट्रेनिंग ली गई मोओवाद से संबंधित

यह भी पढ़ें 👉  विकास के दावों की पोल खोलते सडको के गड्ढे

भाष्कर पांडेय से जुड़े बिन्दु

1)उत्तराखंड का सबसे वरिष्ठ माऊिस्ट लीडर भास्कर पांडे आज अल्मोड़ा पुलिस और एसटीएफ उत्तराखंड के ज्वाइंट एक्शन में गिरफ्तार किया गया
2)भास्कर पांडे 20000 का इनामी अपराधी था
3) 2017 के अल्मोड़ा और नैनीताल के लोक संपत्ति अधिनियम और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत था तीन मुकदमे , इसमें फरार था
4)शासन के लिए 50000 का इनाम बढ़ाने हेतु प्रस्ताव भेजा गया था
5)भास्कर पांडे हल्द्वानी में एक कोरियर जिसका नाम व राजेश बता रहा था को पेनड्राइव तथा कुछ लिखित मटेरियल देने जा रहा था हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के पास

यह भी पढ़ें 👉  दवाईयों की उपलब्धता तथा कलाबाजारी रोकने उठाए आवश्यक कदम

6)भास्कर पांडे इस दौरान किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय था
7)भास्कर पांडे खीम सिंह बोरा का सबसे खास साथी माना जाता है जिसे यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था
8) इस दौरान भास्कर पांडे द्वारा भारत में कई जगह ट्रेनिंग ली गई मोओवाद से संबंधित
10)उसने अपने कई साथियों के साथ मिलकर यहां अपने क्रियाकलापों को क्रियाकलापों को अंजाम देने की कोशिश की
11) उत्तराखंड का आखरी वांटेड माओवादी
12 )2017 इलेक्शन में धारी तहसील में धारी तहसील की जीप जलाई थी

डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते बताया कि डीजीपी अशोक कुमार द्वारा पुलिस की टीम को 20000 रूपेय इनाम और मेडल की घोषणा की गई है।