भाजपा का जनाधार गिरता देख 3 कृषि काले कानून लेकर बैकफुट पर मोदी सरकार-शुऐब

भाजपा का जनाधार गिरता देख 3 कृषि काले कानून लेकर बैकफुट पर मोदी सरकार-शुऐब
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आंदोलन में 800 अन्नदाताओ की जानें गई हैं उसका जवाब मोदी सरकार को देना होगा वही – शुऐब
हमारे अन्नदाताओ के विरोध के चलते भाजपा की मोदी सरकार को बैकफुट पर आने के लिए मजबूर कर दिया -शुऐब
हमारे अन्नदाता लगभग 700 से 800 किसानों की मृत्यु हुई हम उनको शहीद मानते हैं

संवाददाता अतुल अग्रवाल – डिजिटल चैनल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | भारतीय जनता पार्टी जिस प्रकार पूर्ण बहुमत से जीत हासिल करने के 7 वर्ष पश्चात उत्तर प्रदेश उत्तराखंड में सरकार बना कर बैठे हैं, वही मोदी सरकार के द्वारा तीन काले कृषि का नियम लागू किए गए थे ,जिस के लागू होने के बाद देश का अन्नदाता लगभग 18 महीनों से  सड़कों पर बैठा है एक और वैश्विक महामारी कोरोना से चलते हुए देश में कारोबार नहीं रोजगार नहीं, वहीं दूसरी ओर अन्नदाता के खिलाफ तीन कृषि काले कानून लागू करना सरकार की तानाशाही नजर आती है वही आज मोदी सरकार के द्वारा कृषि कानून वापिस लेने की बात कही गई है

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शोएब अहमद का कहना है कि आंदोलन के चलते देश के हमारे अन्नदाता लगभग 700 से 800 किसानों की मृत्यु हुई थी , क्या सरकार इसकी जिम्मेदारी लेगी वही उनका कहना है कि किसान लगभग डेढ़ साल से देश हित के लिए सर्दी बरसात या गर्मी कोई भी मौसम हो अपने परिवारों को त्याग कर सड़कों पर बैठे थे

, वहीं प्रदर्शन के दौरान हमारे अन्न दाताओ ने कुर्बानियां दी हैं हम उनको शहीद मानते हैं जिन्होंने देश के लिए और किसानों भाइयों के लिए अपनी कुर्बानियां दी हैं शोएब अहमद का कहना है कि लगभग 800 किसानों की जान जाने के बाद भाजपा सरकार आज कानून वापस देने की बातें करती है। तो हमारे प्रधानमंत्री मोदी इस बात का जवाब दें इन मौतों की भरपाई कैसे होगी आज देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी से एक सवाल करती है वही उनका कहना है कि हमारे देश का नौजवान देश की सीमा पर देश की रक्षा करते हैं भाजपा सरकार हमारे देश के जवानों पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं वही उनका कहना है कि काला कानून वापस देने का वह स्वागत करते हैं लेकिन वहीं दूसरी ओर जो इस आंदोलन में अन्नदाताओ की जानें गई हैं उसका जिम्मेदार कौन यह जवाब मोदी सरकार को देना होगा वही शोएब अहमद का कहना है कि देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसमें भाजपा को अपना जनाधार गिरता दिखाई दे रहा है जिससे घबराकर इनके द्वारा अचानक काला कानून वापस देने का निर्णय लिया गया अभी लखीमपुर में किसानों के ऊपर हुए अत्याचार को देश की जनता भूली नहीं है महेश अहमद का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा देश में जो एक माहौल बनाया गया था उसका जवाब आने वाले विधानसभा चुनावों में जनता इनको जरूर देगी शुऐब अहमद का कहना है कि हमारे अन्नदाताओ के विरोध के चलते भाजपा की मोदी सरकार को बैकफुट पर आने के लिए मजबूर कर दिया इन की तानाशाही अब चकनाचूर हो चुकी है इनको सत्ता हाथ से जाने का खतरा दिखाई दे रहा है

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