स्वास्थ सेवाओ के नाम पर कमीशन का खेल चरम पर

स्वास्थ सेवाओ के नाम पर कमीशन का खेल चरम पर
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हल्द्वानी | सूत्रों के मुताबिक कुमाऊ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी के सरकारी अस्पतालों में आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर खेला जा रहा कमीशन का खेल है | यह जानकारी पीड़ित मरीज के द्वारा नाम न लिखने की शर्त पर दी गई ,सूत्रों के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर के द्वारा ईलाज के लिये मरीजों विभिन्न प्रकार की जांचें जैसे एक्स-रे , ब्लड , शुगर ,अल्ट्रासाउण्ड के लिये लिखा जाता है , प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में करोड़ों रुपया खर्च करके आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं ,इसके बावजूद भी मरीजों को प्राइवेट लैब से विभिन्न प्रकार की जांचें एक्स-रे अल्ट्रासाउंड कराने के अस्पताल के कर्मचारियों के द्वारा बाध्य भी किया जाता है , जिसको लेकर समय-समय पर मरीजों द्वारा शिकायतें भी की जाती हैं परंतु मरीजों का कहना है कि अधिकारियों के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती है ,ऐसी परिस्थितियों में गरीब मरीज कमीशन के खेल का शिकार हो जाता है एवं इलाज से अधिक धनराशि कमीशन में चली जाती है जिसको लेकर आज राष्ट्रीय मानव अधिकार परिवार की महिला प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों श्रुति गोलवरकर , अलका सक्सेना ,सरोज बिष्ट ,गुंजन सदाना के द्वारा विचार विमर्श किया गया , जिसमें आम जनता के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर सरकारी अस्पतालों में चल रहे कमीशन के खेल को लेकर एक रूपरेखा तैयार की गई है , जिसके तहत जल्द ही राष्ट्रीय मानव अधिकार परिवार की महिला प्रकोष्ठ के पदाधिकारी मरीजों के साथ ऐसे मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग  एवं शासन प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मिलकर मरीजों के साथ हो रहे उत्पीड़न के समाधान बात करेंगे