100 किलोमीटर की स्पीड से दौङी लालकुआं-काठगोदाम तक इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण

100 किलोमीटर की स्पीड से दौङी लालकुआं-काठगोदाम तक इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण
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प्रदेश संवाददाता अतुल अग्रवाल ” भारतीय मानवाधिकार परिवार ” हल्द्वानी | एक सदी के बाद काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंची इलेक्ट्रिक ट्रेन कुमाऊं के अंतिम छोर काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर 24 अप्रैल 1884 को पहली ट्रेन पहुंची थी बात की जाए तो आज का दिन काठगोदाम रेलवे स्टेशन का नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज़ होगा , कि 29 जून 2022 को पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल ट्रायल परीक्षण लालकुआं से काठगोदाम तक 100 किलोमीटर की रफ्तार से तय किया

भारतीय रेल का मिशन इलेक्ट्रिपिफकेशन बुधवार को 29 किलो मीटर के लालकुआं काठगोदाम रेल खंड को पूरा करते हुए यहां पर स्पीड ट्रायल हुआ। पहली बार लालकुआं से काठगोदाम के लिए 100 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन को दौड़ाया गया। रेलवे के इस एक कदम और आगे बढ़ने से अब जल्द ही लंबी दूरियों की ट्रेनों का संचालन यहां से प्रारंभ होने का रास्ता खुल गया है। अब जल्द ही इस रेलखंड पर काठगोदाम जैसलमेर, काठगोदाम हावड़ा, काठगोदाम जम्मू तवी, काठगोदाम देहरादून, काठगोदाम लखनऊ सहित अन्य ट्रेन इस रेलखंड पर विद्युत इंजनों से दौड़ेगी।

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रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर और मंडल रेल प्रबंधक ने आज रेलखंड का निरीक्षण किया तथा लालकुआं, हल्द्वानी, काठगोदाम रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण कर अन्य छूटी खामियों को तुरंत पूरा करने के भी निर्देश दिए इस दौरान उन्होंने सिग्नल, इलेक्ट्रिक, पॉइंट्स, तथा विद्युत उपकरणों के साथ अन्य निर्माण कार्यों को भी परखा।

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पूर्वाेत्तर रेलवे गोरखपुर के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर अनिल कुमार शुक्ला तथा मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत ने लालकुआं से चलने से पूर्व नारियल फोड़कर इस स्पीड ट्रायल का शुभारंभ किया तथा लाल कुआं से काठगोदाम 29 किलोमीटर की दूरी 100 किलोमीटर की स्पीड से इंजन को दौड़ाकर पूरी की। गौरतलब है कि लालकुआं से विधुत से ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो गया है जबकि काशीपुर और लालकुआं खंड के बीच अभी इस पर गति परीक्षण होना है। काठगोदाम से लालकुआं तक विद्युत गति परीक्षण होने के बाद यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले कुछ समय में इस रेलखंड पर विधुत इंजन से लंबी दूरियों की ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो जाएगा।