जिला पंचायत सदस्य डॉ मोहन सिंह बिष्ट की भाजपा में वापसी से भाजपा दावेदारों में मची खलबली

जिला पंचायत सदस्य डॉ मोहन सिंह बिष्ट की भाजपा में वापसी से भाजपा दावेदारों में मची खलबली
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संवाददाता अतुल अग्रवाल – डिजिटल चैनल -” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | विधनसभा 2022 चुनाव जैसे जैसे नज़दीक आ रहे है | पार्टी से टिकट नहीं मिलने की उम्मीदे के टूटते दलबदल है जारी , प्रदेश में अभी हाल में ही ऐसे कई प्रवल दावेदारों की टिकट की चाहत पूर्ण न होने पर कई नेताओ ने बदला पाला | कुछ नेताओ ने प्रेस वार्ता कर पार्टी को पार्टी छोड़ने तक की दी थी चेतावनी जिसको राजनैतिक पार्टियों का नज़रअंदाज़ करना पड़ा भारी अपनी बात पूर्ण न होने पर बदली पार्टी इसी क्रम में चुनाव से ठीक पहले नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा से एक बड़ा राजनैतिक फेरबदल आया सामने ।लालकुआं विधानसभा से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी की दौड़ में विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी कर रहे जिला पंचायत सदस्य डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। पूर्व वह भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न पदों में रहकर सरकार में यूसीडीएफ के चेयरमैन भी रहे हैं। चुनाव से ठीक पहले टिकट की रायशुमारी के दौरान भाजपा में शामिल हुए मोहन बिष्ट ने विधानसभा में भाजपा के दावेदारों में खलबली मचा दी है। लालकुआं विधानसभा में वर्तमान में सिटिंग एमएलए नवीन दुमका है लंबे समय से इस विधानसभा में विधायक नवीन दुमका और मोहन बिष्ट के बीच सियासी वर्चस्व चलता आ रहा था, पिछले जिला पंचायत के चुनाव में तब नया मोड़ आया जब मोहन बिष्ट ने जिला पंचायत चुनाव निर्दलीय लड़ते हुए भाजपा और कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों की जमानत जप्त करा दी थी। शुक्रवार को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में मोहन बिष्ट ने भारतीय जनता पार्टी मैं फिर से वापसी की सुबह मोहन सिंह बिष्ट ने जब मुख्यमंत्री से मुलाकात की जिसके बाद ही यह कयास लगाए जा रहे थे वहीं देर शाम को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मोहन सिंह बिष्ट का चुनावी कार्यालय बंद हो गया और चुनावी कार्यालय के बाहर लगे निर्दलीय हार्डिंग पोस्टर हटा दिए गए। उसी समय इस बात के संकेत मिल गए थे कि कुछ न कुछ राजनैतिक बड़ा बदलाव होने जा रहा है और देर शाम डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने भारतीय जनता पार्टी में घर वापसी की। इस पोलिटिकल अपडेट के बाद जाहिर सी बात है कि भारतीय जनता पार्टी के दावेदारों में इस बात की कशमकश जरूर पैदा हो गई कि अगले चार-पांच दिनों में प्रत्याशियों की सूची में आखिर किसका नाम आएगा और किस आश्वासन के तहत मोहन बिष्ट को पार्टी में शामिल कराया गया है। इस समय विधानसभा में राजनेताओं के बीच यही सबसे बड़ा चर्चा का विषय है।