काठगोदाम से बरेली तक रेलवे अपनी भूमि से अतिक्रमण हटाए हम स्वय भूमि छोड़ चले जाएंगे कोई विरोध नहीं करेंगे-हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी>>देखे VIDEO

काठगोदाम से बरेली तक रेलवे अपनी भूमि से अतिक्रमण हटाए हम स्वय भूमि छोड़ चले जाएंगे कोई विरोध नहीं करेंगे-हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी>>देखे VIDEO
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रेलवे भेदभाव की कार्यवाही ना करें यदि उसको अतिक्रमण केवल बनभूलपुरा में ही दिखाई देता है तो हम इसको स्वीकार नहीं करेंगे – हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी
जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सरकार गरीबों को उजाड़ने से पहले विस्थापन की कोई भी बात या इंतजामात नहीं कर रही – हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी
हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने कहा गया कि यदि प्रशासन किसी भी तरह का बल प्रयोग करेगा तो उसको किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
हम माननीय सुप्रीम कोर्ट के खुलने का इंतज़ार कर रहे हमको यकीन है जैसे ही सुप्रीम कोर्ट खुलेगा अवाम के हक में न्याय आएगा यह उनको पूरा भरोसा है

संवाददाता अतुल अग्रवाल ”हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | रेलवे द्वारा अतिक्रमण की कार्यवाही के खिलाफ शांतिप्रिय ढंग से किए जा रहे धरने में बैठे हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी का कहना है कि यह यहां की जनता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सरकार गरीबों को उजाड़ने से पहले विस्थापन की कोई भी बात या इंतजामात नहीं कर रही है | वही उनका यह भी कहना है कि उन्हीं की गलतियों का हम खामियाजा भुगत रहे हैं ,

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रेलवे के द्वारा जो अतिक्रमण भूमि दिखाई जा रही है लाइन नंबर 17 तक खंबे लगा दिए गए हैं वर्ष 2016 में निवर्तमान सरकार के द्वारा एक हलफनामा दिया गया था जिसमे ज़िक्र किया गया था कि यह भूमि रेलवे की नहीं हमारी है ,इससे रेलवे का कोई भी लेना देना नहीं है वही वर्तमान सरकार हलफनामा एवं मौखिक बयान उच्च न्यायालय के समक्ष रखती है और उसको उच्च न्यायालय के द्वारा उसे स्वीकार कर लिया जाता है

सिद्दीकी का कहना है कि जो हलफनामा लिखित रूप से दिया जाता है उसको वर्तमान सरकार के द्वारा दरकिनार कर दिया जाता है कहीं ना कहीं उच्च न्यायालय को गुमराह करने का वर्तमान सरकार के द्वारा कार्य किया गया है

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हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार देश \ प्रदेश हो या प्रदेश हो एक विशेष वर्ग को निशाना बनाने में लगी है वही उनके द्वारा यह भी कहा गया कि क्या रेलवे की भूमि इस स्टेशन से लेकर यदि बनभूलपुरा में 570 फीट रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण किया गया है | काठगोदाम से बरेली तक ( 570 फिट ) रेलवे अपनी भूमि से अतिक्रमण हटा के दिखाए हम यहां से भूमि खाली करके अनियंत्रित कहीं भी चले जाएंगे हम कोई विरोध नहीं करेंगे उनका यह भी कहना है कि रेलवे भेदभाव की कार्यवाही ना करें यदि उसको अतिक्रमण केवल बनभूलपुरा में ही दिखाई देता है तो हम इसको स्वीकार नहीं करेंगे

हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने लगाए गंभीरआरोप

रेलवे भेदभाव की कार्यवाही ना करें यदि उसको अतिक्रमण केवल बनभूलपुरा में ही दिखाई देता है हम इसको स्वीकार नहीं करेंगे क्या रेलवे की भूमि पर काठगोदाम से लेकर बरेली तक अतिक्रमण नहीं है वही उनका यह भी कहना है कि प्रशासन का काम है डराना धमकाना जिसको देखते हुए आज भारी पुलिस फोर्स लगाकर पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है परंतु हर व्यक्ति हर नागरिक महिला शांतिपूर्वक अपना विरोध जता रहे हैं किसी के चेहरे पर भी डर के भाव का शिकन दिखाई नहीं है

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हाजी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने कहा गया कि यदि प्रशासन किसी भी तरह का बल प्रयोग करेगा तो उसको किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा व उनके द्वारा यह भी कहा गया कि हम माननीय सुप्रीम कोर्ट के खुलने का इंतज़ार कर रहे हमको यकीन है जैसे ही सुप्रीम कोर्ट खुलेगा अवाम के हक में न्याय आएगा यह उनको पूरा भरोसा है