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एनएसयूआई संगठन में नहीं मिला प्रवल प्रत्याशी एबीवीपी के बागी एनएसयूआई की नैय्या पार लगाने में कामयाब ?

एनएसयूआई संगठन में नहीं मिला प्रवल प्रत्याशी एबीवीपी के बागी एनएसयूआई की नैय्या पार लगाने में कामयाब ?
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ABVP के बागी कार्यकरताओं रश्मि लमगड़िया-सूरज भट्ट के सहारे एनएसयूआई जीत का परचम लहराने का संजो रही ख्वाब
नामांकन रैली में छात्रों के बीच फूट भी देखने को मिली।
एबीवीपी से तोडा नाता निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रश्मि लमगड़िया ने किया नामांकन एबीवीपी व एनएसयूआई का किला भेदने को तैयार निर्दलीय प्रबल
छात्रा रश्मि के बीच मुकाबला तय
सूरज भट्ट को ABVP से नहीं मिला टिकट अंगूर खट्टे ?

संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी |

एबीवीपी और बीजेपी से जुड़े तमाम कार्यकर्ताओं को निर्दलीय और एनएसयूआई के प्रत्याशियों के साथके साथ देखे जाने से इस बार यह चुनाव खासा रोमांचक होने के साथ ही काफी उलझता हुआ आ रहा है नजर यदि देखा जाए तो अध्यक्ष पद के 3 दावेदार सूरज रश्मि एवं कौशल एबीवीपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे परंतु आखिरी वक्त में टिकट न मिलने से नाराज सूरज बने एनएसयूआई प्रत्याशी – रश्मि लमगड़िया निर्दलीय प्रत्याशी लेकिन विश्वसनिय सूत्रों से अंदरखाने एनएसयूआई की सारथी बताया जा रहा है | इसका मुख्य कारण आज रश्मि लमगड़िया के शक्ति प्रदर्शन रैली में जो वाहन में साथ खड़े थे वह एनएसयूआई कार्यकर्ता एवंम रैली में भी अधिकतर एनएसयूआई के कार्यकर्ता नज़र आये |

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ये DP छायाचित्र अनसुलझे सवालों का जवाब ?

वही नामांकन के वक़्त भी एनएसयूआई कार्यकर्ता संजय लगातार रश्मि की मदद करते देखे गए इससे एक बात साफ़ ज़ाहिर होती है | ABVP के बागी कार्यकरताओं रश्मि लमगड़िया – सूरज भट्ट के सहारे एनएसयूआई जीत का परचम लहराना चाहती है

एन.एस.यू.आई.नईया के केवट बने प्रत्याशी सूरज भट्ट ने किसी से भी फाइट होने से किया इंकार। सूरज ने आरोप लगाते हुए कहा ए.बी.वी.पी.में बहुत खामिया हैं, ABVP संगठन को काम करना नहीं आता है और छात्र उनसे नाराज हैं। सूरज ने कहा कि ए.बी.वी.पी.के नेताओं में छात्रहितों में काम करने का कम भाव था इसलिए उन्होंने एन.एस.यू.आई का थामा दामन संगठन में पूर्व प्रत्याशी को प्रलोभन देकर बैठाने और खुद चुनाव लड़ने के आरोपों को नकारते हुए सूरज ने कहा कि वो सामान्य परिवार से हैं और ऐसा करना उनके बस में नहीं है। उन्होंने कहा कि पुराने प्रत्याशी को तालमेल के तहत बैठाकर वो खुद चुनाव मैदान में उतरे हैं।

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यदि बात की जाए वर्ष 2018 \ 19 के छात्र संघ चुनावो में भी एनएसयूआई को संगठन में फूट के चलते पराजय का सामना करना पड़ा था

सबसे अहम सवाल कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई में एक प्रवल प्रत्याशी नहीं मिला |

मज़बूर होकर ABVP संगठन से नाराज बागी प्रत्याशी को छात्र संघ चुनावो में टिकट देना एनएसयूआई सगठन की आपसी फूट को दर्शाता है | अब देखना है इस वर्ष के छात्र संघ के चुनावो में एनएसयूआई अपनी साख बचाते हुए जीत का परचम लहरा ?

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कुमाऊं के सबसे बड़े महाविद्यालय एमबीपीजी में 24 दिसंबर को छात्र संघ चुनाव होना है। जिसको लेकर आज नामांकन किया गया जिसमें अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई एबीवीपी के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला एनएसयूआई से ABVP के बागी सूरज भट्ट – एबीवीपी से कौशल बिरखानी – निर्दलीय के रूप में रश्मि लमगड़िया ने किया नामांकन

24 दिसंबर को एमबीपीजी महाविद्यालय के 11 हजार छात्र-छात्राएं मतदान करेंगे, यह मतदान 11 पदों के लिए किया जाएगा। कोविड के चलते तीन साल के अंतराल के बाद यह छात्र संघ चुनाव करवाया जा रहा है। जिसको लेकर छात्रों में बेहद उत्साह है। वही एमबीपीजी महाविद्यालय के प्राचार्य एनएस बनकोटि ने कहा नामांकन प्रक्रिया पुलिस और प्रशासन की देखरेख में करवाया जा रहा है।

वही कयास ये भी लगाए जा रहे है कहीं इसका खामियाजा ABVP के प्रत्याशी कौशल को भारी ना पड़ जाए

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