स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की भूमि बिल्डरों ,भूमाफियाओं ने दिल्ली के होटल कारोबारी को बेच डाली आखिर संरक्षण ?

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की भूमि बिल्डरों ,भूमाफियाओं ने दिल्ली के होटल कारोबारी को बेच डाली आखिर संरक्षण ?
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भीमताल (नैनीताल) उत्तराखंड राज्य में किस प्रकार से भूमाफियाओं और बिल्डरों का साम्राज्य
02 वर्ष से मुकदमा दर्ज के बाद भी आज तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होना गंभीर मामला
02 वर्ष से मुकदमा दर्ज के बाद भी आज तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होना गंभीर मामला

  • जनता जनार्दन की आवाज * HS NEWS * संवाददाता अतुल अग्रवाल – हल्द्वानी | विश्वनीय सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर भीमताल से मील रही है प्राप्त जानकारी के आधार पर भीमताल क्षेत्र के भूमाफियाओं और बिल्डरों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की ग्राम बोहरागांव में स्थित करोड़ों रुपए मूल्य की भूमि को धोखाधड़ी करके दिल्ली के एक होटल कारोबारी विनय छाबड़ा को बगैर स्वामित्व के विक्रय कर दिया गया ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल का निर्देश प्राप्त होने पर पीड़ित पक्ष की तहरीर पर आखिरकार पुलिस थाना भीमताल में 28 फरवरी 2022 को भीमताल के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश नेगी तथा उत्तराखंड के प्रमुख प्रॉपर्टी के विरुद्ध जालसाजी और धोखाधड़ी के अपराध में धारा 420 आईपीसी के अंतर्गत धोखाधड़ी का मुकदमा थानाध्यक्ष भीमताल को दर्ज करना पड़ा

गौरतलब है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की भूमि को धोखाधड़ी से विक्रय करने के अपराधिक मुकदमे के आरोपी उत्तराखंड के प्रमुख प्रॉपर्टी डीलर तथा भीमताल क्षेत्र के बिल्डर एवं कुछ प्रभावशाली सफेदपोस शामिल थे । इस कारण से भीमताल पुलिस द्वारा मामले में जांच करने पर हाथ खड़े कर दिए और मामले की विवेचना आखिरकार भवाली पुलिस के सुपुर्द कर दी गई ।

राजनीतिक दबाव पड़ने पर भवाले पुलिस द्वारा भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई- आखिरकार नैनीताल जनपद पुलिस द्वारा भी – अपराधियों के प्रभावशाली होने के कारण मामले को रफा दफा करने की कार्रवाई की गई नामजद अपराधी को संरक्षण दिया गया । न्यायालय के संज्ञान में मामला आने पर सीजेएम न्यायालय नैनीताल द्वारा नैनीताल जनपद पुलिस की जांच रिपोर्ट को अस्वीकार करके जनपद पुलिस को धोखाधड़ी के इस क्रिमिनल केस की पुनः विवेचना किए जाने के आदेश पारित किए गए ।

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भीमताल (नैनीताल) उत्तराखंड राज्य में किस प्रकार से भूमाफियाओं और बिल्डरों का साम्राज्य चल रहा है इसका उदाहरण उत्तराखंड राज्य के जनपद नैनीताल की पर्यटक नगरी भीमताल में देखा जा सकता है ।

जालसाजी और भूमि की धोखाधड़ी में शामिल और बिल्डरों के विरुद्ध सारे दस्तावेजी सबूत उत्तराखंड पुलिस को उपलब्ध कराने के बाद भी उत्तराखंड पुलिस आज तक भीमताल के प्रभावशाली बिल्डरों और भूमाफियाओं की गिरफ्तारी करने से बच रही है ।

प्राप्त जानकारी के आधार पर भीमताल क्षेत्र के भूमाफियाओं और बिल्डरों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की ग्राम बोहरागांव में स्थित करोड़ों रुपए मूल्य की भूमि को धोखाधड़ी करके दिल्ली के एक होटल कारोबारी विनय छाबड़ा को बगैर स्वामित्व के विक्रय कर दिया गया ।

इस मामले में पुलिस थाना भीमताल के उपनिरीक्षक भुवन चंद्र जोशी और अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा भीमताल क्षेत्र के प्रभावशाली भूमाफियाओं और बिल्डरो को बचाने के लिए बार-बार झूठी आख्या उच्चअधिकारियों को प्रेषित की जाती रही तथा पुलिसथाना भीमताल द्वारा भीमताल के प्रभावशाली बिल्डरों/भूमिमाफियाओं के प्रभाव में आकर जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज करने से इनकार कर दिया गया था –

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार द्वारा इस मामले में उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग में याचिका प्रस्तुत की गई और उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के निर्देश के पश्चात जनपद पुलिस के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जनपद नैनीताल के तेज- तर्रार पुलिस क्षेत्राधिकारी भवाली प्रमोद शाह को जांच के निर्देश दिए गए । पुलिस क्षेत्राधिकारी भवाली प्रमोद शाह की जांच के उपरांत मामले में धोखाधड़ी का अपराध होना पाया गया । पुलिस क्षेत्राधिकार भवाली प्रमोद शाह द्वारा इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को मुकदमा दर्ज करने की सस्तुति की गई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकार भवाली प्रमोद शाह की जांच रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए इस मामले में थानाध्यक्ष पुलिस थाना भीमताल को सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए

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धोखाधड़ी से भूमि विक्रय करने के क्रिमिनल केस की विवेचना में लापरवाही बरतने पर कोई कार्रवाई नहीं करने को काफी गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र नैनीताल द्वारा अभियोग की विवेचना उधम सिंह नगर पुलिस को करने के आदेश पारित किए गए और पुलिस थाना भीमताल में दर्ज मुकदमे की विवेचना को आखिरकार जनपद नैनीताल से जनपद उधम सिंह नगर की पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है ।

01 वर्ष 10 माह से अधिक समय व्यतीत होने के बाद भी आज तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होना काफी गंभीर और चिंताजनक मामला है ।

गौरतलब है कि इस मामले में उत्तराखंड के प्रमुख प्रॉपर्टी डीलर तथा मामले के सहअभियुक्त इंद्र सिंह बिष्ट द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी भवाली के समक्ष जांच के दौरान स्वयं उपस्थित होकर लिखित बयानों में यह कहा गया है कि उसके द्वारा ग्राम बोहरागांव में स्थित भूमि को अपने भीमताल के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश सिंह नेगी के कहने पर खरीदा गया और राजेश नेगी द्वारा ही इस जमीन को विक्रय करवाया गया ।

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तहसीलदार नैनीताल द्वारा धोखाधड़ी से विक्रय की गई भूमि की दाखिल खारिज पत्रावली को भी निरस्त कर दिया है । क्योंकि विक्रेता के पास भूमि को विक्रय करने का कोई भी स्वामित्व नहीं था ।

गौरतलब है कि 2010 से पूर्व इसी भूमि को जालसाजी से बेचने के मामले में नैनीताल जनपद पुलिस द्वारा न्यायालय में धारा 420 467 468 आईपीसी के अंतर्गत आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया और धोखाधड़ी की पुष्टि की गई ।

लेकिन वर्तमान समय में इस मामले में उत्तराखंड के प्रभावशाली भूमाफियाओं और बिल्डरों तथा सफेदपोस का नाम उजागर होने के कारण उत्तराखंड पुलिस अभी तक जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोपियों की गिरफ्तारी करने से बच रही है और मामला 02 वर्षों से लंबित पड़ा है ।

इस मामले के वास्तविक भूस्वामीयो और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के सदस्यों का कहना है कि अगर उत्तराखंड पुलिस द्वारा भूमिमाफियाओ और बिल्डरों और धोखाधड़ी के अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो उत्तराखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी ।

वर्तमान समय में यह प्रकरण जनपद नैनीताल के भीमताल क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है और पीड़ित पक्ष द्वारा इस मामले में लिखित शिकायत पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के समक्ष भी की जा चुकी है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई है