मंत्री की अंत्येष्टि राजकीय संम्मान के साथ गरीब लावारिस हैं क्या > गगन कम्बोज

मंत्री की अंत्येष्टि राजकीय  संम्मान के साथ गरीब लावारिस हैं क्या > गगन कम्बोज
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NEWS हालात-ए-शहर ( अतुल अग्रवाल ) प्रदेश में कोरोना से मरने वालों के अंतिम संस्कार करने के एवज में देने पड़ रहे हैं हजारों रुपए मामला हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के मरीजों के तीमारदारों के साथ हो रहे भेदभाव के साथ देखा गया जानकारी के मुताबिक देहरादून जौली ग्रांट में एक व्यक्ति जो कि काशीपुर निवासी था कोरोना पॉजिटिव उसको भर्ती कराया गया लेकिन पैसे ना होने के कारण जौलीग्रांट से करोना पॉजिटिव मरीज को यह कह कर निकाल दिया गया पैसा नहीं है तो बेड नहीं है वह गरीब औरत अपने बीमार पति को लेकर घर पहुंची तत्पश्चात एक व्यक्ति को जब यह बात मालूम हुई उसके द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीज को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल हल्द्वानी एंबुलेंस करके भेजा गया

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इलाज के दौरान उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है लेकिन मृत की पत्नी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने पति की लाश को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल से श्मशान घाट तक में लाने के ₹2000 चिता बनाने के rs.2000 लकड़ी के ₹3000 और चिता में आग लगाने वालों को ₹1000 दे पाती यह बात जब काशीपुर निवासी कंबोज तक पहुंची तत्काल कंबोज के द्वारा उच्च अधिकारियों से वार्ता की गई एवं कंबोज काशीपुर से हल्द्वानी पहुंचे जिनके द्वारा बताया गया कि कोरोना से पीड़ित मरीजों के साथ खुलेआम चल रही है लूटमार कंबोज द्वारा पैसे देने के बाद मृतक व्यक्ति का दाह संस्कार आज हल्द्वानी राजपुरा श्मशान घाट में हुआ

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एवं मृत व्यक्ति के साले के द्वारा बताया गया कि किस तरह व्यवहार किया जा कोरोना से मरने वाले मरीजों के साथ वही जनता में इस बात को लेकर आक्रोश है कि कल एक केंद्रीय मंत्री की कोरोना से मृत्यु हो जाती है वहां हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहते हैं बड़े-बड़े मंत्री उनकी अंत्येष्टि में आते हैं और परिवार वाले ही उनका दाह संस्कार करते हैं लेकिन प्रदेश की जनता को उनके परिवार के मृत व्यक्ति की डेड बॉडी भी नहीं सौंपी जाती क्योंकि वह कोरोना पॉजिटिव है वही जनता का कहना है एक ही प्रदेश में दोहरे मापदंड क्यों इस बात को लेकर खासा आक्रोश आज श्मशान घाट पर पब्लिक मैं देखा गया वही जनता का कहना है कि यदि मरने वाला कोई केंद्रीय मंत्री हो तो उसको पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसके घर से विदा किया जाता है लेकिन वही जब आम जनता कोरोनावायरस होने के कारण मृत्यु हो जाती है तो उसको एक लावारिस लाश बना कर मिट्टी तेल और डीजल डालकर आग लगा दी जाती है इस बात को लेकर जनता में खासा आक्रोश दिखाई दिया

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