घंटो इंतज़ार के पश्चात फरियादी 91 वर्षीय जे एस सामंत प्रशाशनिक अधिकारियो के न मिलने पर निराश हो खाली हाथ लौटे> VIDEO

घंटो इंतज़ार के पश्चात फरियादी 91 वर्षीय जे एस सामंत प्रशाशनिक अधिकारियो के न मिलने पर निराश हो खाली हाथ लौटे> VIDEO
ख़बर शेयर करें -

” HS NEWS ” ATUL AGARWAL , हल्द्वानी | हमारे प्रदेश के मुखिया के द्वारा कई मंचो से प्रदेश में विकास की बड़ी बड़ी घोषणाए करते हए प्रदेश की जनता से कहा गया कि प्रदेश में गड्डा मुक्त सड़के बनाई जा रही है

  • परन्तु ज़मीनी हक़ीक़त उस वक़्त उजागर हुई जब जिला नैनीताल के शहर हल्द्वानी के पॉश इलाके के ( ई बलॉक ) के निवासी 91 वर्षीय बुज़ुर्ग जे एस सामंत जिलाधिकारी कैम्प में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे

  • घंटो इंतज़ार के पश्चात् भी जिलाधिकारी महोदया के समक्ष छेत्र की समस्या ब्या नहीं कर सके 91 वर्षीय बुज़ुर्ग जे एस सामंत के द्वारा बताया गया कि 1 वर्षों से निरंतर जनहित मूलभूत सुविधाओं के लिए निरंतर प्रशासनिक अधिकारियों संबंधित विभागों के लगा रहे हैं चक्कर

वही दिनांक को 20 \ 7 \ 2023 को बुज़ुर्ग सामंत के द्वारा बताया गया कि वह आज प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने उनके कैंप कार्यालय पहुंचे परंतु काफी लंबे समय तक इंतजार करने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात ना होने पर काफी आहत दिखाई दिए एवं निराश होकर वह अपने आवाज जज फार्म पहुंचे

यह भी पढ़ें 👉  पीड़ित परिवार की दुखद घड़ी में पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार

वही हमारे द्वारा मौके पर पहुंचकर स्थल का मौका मुआयना किया गया सामंत का कहना है कि जज फार्म से बाहर दुकानों पर खरीदारी करने के लिए यहां की जनता को जाना होता है जिसकी मात्र दूरी 200 मीटर है लेकिन एक वर्ष बीत जाने के पश्चात भी आज तक संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के द्वारा कोरे आश्वासन दिए जा रहे हैं – वही जे एस सामंत के द्वारा बताया गया कि जज फार्म में बड़े-बड़े माननीयों के आवास भी हैं उनके घर पर जाने के लिए चमचमाती सड़कें बना दी गई

परंतु आम जनता आज भी गड्ढों में तब्दील सड़कों में चलने के लिए मज़बूर है — वही सामंत का कहना है कि राज्य को बने 23 वर्ष हो चुके हैं 23 वर्षों के बाद भी राज्य के शहर हल्द्वानी के अधिकतर कॉलोनिया आवासीय क्षेत्र की सड़के पैदल मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुके है

उनका कहना है कि क्या इसी को विकास कहते हैं जेएस सामंत का कहना है कि राज्य बनने के बाद दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टी के द्वारा 23 वर्ष राज किया गया उसके पश्चात भी प्रदेश एवं हल्द्वानी शहर की जनता मूलभूत सुविधाओं से कोसों है दूर — क्या उत्तराखंड राज्य की स्थापना जनता की मूलभूत सुविधाओं को नजरअंदाज करने के लिए की गई थी जे एस सामंत का कहना है कि लालफीताशाही बेलगाम हो चुका है आम जनता त्रस्त है परंतु लालफीताशाही मस्त है

यह भी पढ़ें 👉  जिलाधिकारी के निर्देश पर नशे के खिलाफ व्यापक जन जागरूकता अभियान बच्चों को किया जागरूक>>>देखे VIDEO

अनेक वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात भी पॉश रिहायसी इलाके जज फार्म के आंतरिक मार्गो का डामरीकरण नहीं किया गया

संगलन मानचित्र में दर्शाए गए बिंदु ए बी सी डी इ मार्ग की मरम्मत एवं डामरीकरण जज फार्म से बाहर जाने वाले मार्ग आईटीआई – धानमिल – पीली कोठी मार्ग जज फार्म के अंदर अनेकों गलियों में डामरीकरण हुआ परंतु सर्वाधिक खराब मार्ग आईटीआई से गुल के किनारे जो भी मार्ग पूरे जज फार्म में किनारे से गुजरता हुआ निकलता है इसी मार्ग से जज फार्म के अंदर जाने के लिए 5 से 6 लाइनों में अनेको भवन स्वामी निवास करते है

91वर्षीय जेएस सामंत 2022 से सड़क के लिए लगा रहे गुहार सम्बंधित विभागीय अधिकारी निरन्तर कर रहेनज़रंदाज़?

बुज़ुर्ग सामंत के द्वारा जानकारी दी गई कि मुख्य मार्ग से जज फार्म जोड़ने वाला मार्ग महज जिसकी दूरी 200 मीटर है इस मार्ग में अनेक वर्षों से कोई मरम्मत डामरीकरण कार्य नहीं हुआ है तथा इस क्षेत्र में डामरीकरण का काम बंद कर दिया गया प्रतीत हो रहा है इस चित्र के निरीक्षण हेतु किसी भी जनप्रतिनिधि संबंधित विभागों के किसी भी अधिकारी द्वारा कोई निरीक्षण नहीं किया गया क्षेत्र की उपेक्षा का प्रमाण है तथा जनता निराश है

यह भी पढ़ें 👉  अपनी मांगो को लेकर उपनल कर्मचारियों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी

— बुज़ुर्ग सामंत ने इन्हीं मार्गो की मरम्मत डामरीकरण हेतु दिनांक 6 \ 09 \ 2022 को नगर निगम मेयर से फोन पर वार्ता हुई एक पत्र डामरीकरण हेतु उन्हें भी दिया गया मामले को संज्ञान लेते हुए नगर निगम के जई को कार्य स्थल पर भेजा गया मौके पर निरीक्षण कराया गया उसके पश्चात महापौर नगर निगम को प्रार्थना पत्र देने के बाबजूद मार्ग की मरम्मत व डामरीकरण अभी तक नहीं हुआ इस क्षेत्र की जनता की मांग है कि वर्षों से वर्षों पूर्व उपरोक्त मार्ग का डामरीकरण सुनिश्चित किया जाए अथवा क्षेत्र की जनता आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी जिसकी पूर्ण ज़िम्मेदारी शाशन प्रशाशन की होगी