भारत का दलित शोषित आने वाले समय मे पृथक राजनैतिक छेत्र की मांग जरूर करेगा-बसन्त कुमार… देखे 3 VIDEO

भारत का दलित शोषित आने वाले समय मे पृथक राजनैतिक छेत्र की मांग जरूर करेगा-बसन्त कुमार… देखे 3 VIDEO
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संवाददाता अतुल अग्रवाल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | आज 11 सितंबर 2022 को भिकियासैंण के जगदीश हत्याकांड के क्रम में शिल्पकार वेलफेयर सोसाइटी द्वारा संयोजक मुकेश चंद्र बौद्ध के नेतृत्व में बुद्ध पार्क तिकोनिया हल्द्वानी से एसडीएम कार्यालय हल्द्वानी तक इस घटना के विरोध में कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। कैंडल मार्च से पूर्व खुद पार्क में उपस्थित वक्ताओं ने एक स्वर में आह्वान किया कि सरकार तुरंत फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर इस मामले को स्थानांतरित करें और दोषियों को फांसी की सजा सुनिश्चित कराएं। उत्तराखंड बनने के बाद ऐसी घटनाओं की बाढ़ सी आ गई है इन घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इसलिए प्रदेश के अनुसूचित जाति समाज में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि यदि इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन नहीं किया जाता है तो प्रदेश के शिल्पकार समाज को सड़कों पर आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

सवाल > आज देश में जाति एवं धर्म की राजनीति की जा रही है

जवाब > बसंत कुमार का कहना है कि राजनीति ऐसे लोगों की चल रही है जो दलित शोषित शोषित समाज से नहीं है उनका कहना है कि आज देश में प्रदेश में अनुसूचित जाति के साथ जाति के आधार पर उत्पीड़न किया जा रहा है घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है सरकारों को नींद से उठने की आवश्यकता है वही बसंत कुमार के द्वारा मौजूदा सरकारों को चेताया गया है कि यदि किस देश की अनुसूचित जाति जनजाति धार्मिक अल्पसंख्यक जोड़ा जाए इस देश की आधी आबादी है यदि इस देश की आधी आबादी अपने पर आ जाए तो देश की सरकारें हिला देगी यह बात भी सरकार को समझनी चाहिए

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सवाल > 2022 के विधानसभा चुनावों में सभी राजनीतिक पार्टियां दलित चेहरा तलाश कर रही थी
जवाब > बसंत कुमार का कहना है कि वह पार्टिया दलित चेहरा नहीं गुलाम खोज रही थी आज उनको गुलाम मिल चुके हैं बसंत कुमार का कहना है कि गुलाम हमेशा अपने आका के इशारों पर चलते हैं आकाओ आदेशों के बिना वह बाहर नहीं निकल सकते समाज अपना नेता तय करता है राजनीति से तय नहीं करती है बसंत कुमार का कहना है कि यही समाज आने वाले समय में वैकल्पिक ताकत भी बनेंगे आने वाले समय में हम जो रिजर्व पॉलिटिक्स की जो राजनीति चलती है जो भी रिजर्व सीट का सहारा लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के खेमे में लोग जाते हैं वहां जाकर अपने आकाओं के तोते बन जाते हैं ऐसे लोगों को सबक सिखाने का काम भी यही समाज करेगा एवं स्वतंत्र नेताओं को चुनकर सदन में पहुचायेगा समाज के हितों की बात की जाएगी

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सवाल > जो समाज की बाते करते है पक्ष \ विपक्ष के नेता कहा है
जवाब > बसंत कुमार ने जवाब में कहा कि बहुत से लोगों को हमारे आज के वक्तव्य से गुमराह किया जाएगा कि हम जाति विशेष की बात करते हैं बसंत कुमार के द्वारा पक्ष विपक्ष पार्टी पर आरोप लगाया गया है कि सबसे बड़े जातिवादि यदि कोई है तो कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी की कुर्सी पर बैठे लोग हैं क्योंकि अब समाज में समरसता की बातें आती हैं सब ऐसे लोग चुप्पी साध लेते हैं


वही उनके द्वारा प्रदेश के मुखिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा गया कि CM कहते है मैं तो जनेऊधारी हूं उनके द्वारा आरोप लगाया कि प्रदेश के मुखिया के दिमाग में भी जातिवाद की मानसिकता जो परिवार से इनको मिलते हैं जब तक यह इनके दिमाग से बाहर नहीं निकलेगा कब तक हम भारत को एक राष्ट्र नहीं बना सकते देश टुकड़ों में बढ़ जाएगा ऐसी परिस्थितियों को पैदा करने वाले आज सत्ता पक्ष \ विपक्ष में भी बैठे हैं वही लोग ऐसी घटनाओं के सूत्रधार होंगे वही बसंत कुमार के द्वारा कहा गया कि आने वाले समय में भारत का शोषित दलित समाज सेपरेट पॉलिटिक्स ग्राउंड यानी कि प्रथक राजनीतिक क्षेत्र की मांग अवश्य करेगा

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इस अवसर पर संचालक दीप दर्शन के अलावा बी एल आर्य, जितेंद्र वर्मा, यशपाल आर्य, सुनीता आर्या, दिनेश चंद्र, रुचि आर्या, जगदीश विमल, ऋतु बसंत, प्रकाश चंद्र, गोविंद आर्या, दुर्गा प्रसाद आर्या, यशपाल आर्य, एडवोकेट अखिलेश टम्टा, एडवोकेट बसंत कुमार, अनिल ह्यूमन सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
शिल्पकार वेलफेयर सोसायटी के मुख्य संयोजक मुकेश चंद्र बौद्ध ने सरकार को चेताया कि जगदीश के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रेक कोर्ट का गठन करें नहीं तो समाज को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।