सहायक नगर आयुक्त चौहान पर 50 हजार रु0 रिश्वत मांगने का आरोप अतिक्रमण हटाने गई निगम की टीम को झेलना पड़ा स्थानीय लोगों का रोष

सहायक नगर आयुक्त चौहान पर 50 हजार रु0 रिश्वत मांगने का आरोप अतिक्रमण हटाने गई निगम की टीम को झेलना पड़ा स्थानीय लोगों का रोष
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संवाददाता अतुल अग्रवाल – डिजिटल चैनल ” हालात-ए-शहर ” हल्द्वानी | महानगर हल्द्वानी शहर में अतिक्रमण नासूर बनता जा रहा है , इसी कड़ी में एक मामला शहर के वार्ड नं0 14 जवाहर नगर का सामने आया है, जहाँ क्षेत्र की जनता के स्थानीय वार्ड पार्षद महेश चंद्र के नेतृत्व में एक मेजरनामा नगर निगम हल्द्वानी के अधिकारियों को सौपा।

जिसमें उनके द्वारा आरोप लगाया गया कि पूर्व 15 वर्षो से पार्षद रहे नजाकत अली खान के द्वारा अपने आवास के सामने सड़क से लगाकर एक दीवार का निर्माण कर ( शमशान घाट ) मुक्तिधाम एवं राजपुरा गौला गेट होकर जाने वाले मार्ग को अवरुद्ध किया जा रहा है जोकि एक अतिक्रमण हैं। सुचना के आधार पर 23 नवंबर मंगलवार को नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम के सहायक नगर आयुक्त विजेंद्र सिंह चौहान के द्वारा अपने अधिनीस्थो व कर्मचारियों के साथ अतिक्रमण स्थल पर अतिक्रमण हटाने के लिए पहुँचे, तो अतिक्रमण पूर्व पार्षद नजाकत अली खान व उनके परिवार वालों के द्वारा इस बात का विरोध किया गया था,

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जिसपर निगम अधिकारियों द्वारा आज बुधवार तक अपने कागज दिखाने या अतिक्रमण तोड़ने का पूर्व पार्षद के द्वारा कहा गया था। 24 नवम्बर पुनः नगर निगम सहायक नगर आयुक्त विजेंद्र सिंह चौहान , तहसीलदार संजय कोहली, नायब तहसीलदार हरीश बुद्धिष्ट व हल्द्वानी खास पटवारी दीपक टम्टा ने अतिक्रमण स्थल जाकर अतिक्रमण तोड़ने लगे तो इस बात पर पूर्व पार्षद की और से बार एसोशिसयन के वी कुमार अन्य कई वकीलों के साथ मौके पर पहुंच गये एवं उनके द्वारा कहा गया कि अगर यह जगह नगर निगम की है तो वहां यह के कागजात दिखा कर अतिक्रमण तोड़ सकते हैं। वही स्थानीय जनता व पार्षद के द्वारा सड़क पर ही धरना देना शुरू कर दिया

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और नगर निगम मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। साथ ही कहने लगे कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटता है, तब तक हम लोग यहीं बैठे रहेंगे। जिसके बाद तहसीलदार हल्द्वानी संजय कोहली के द्वारा मौके पर पहुंचने पर वहां से अतिक्रमण हटाया गया। वही पूर्व पार्षद शबाना के द्वारा सहायक नगर आयुक्त विजेंद्र चौहान पर आरोप लगाया गया कि विजेंद्र चौहान अतिक्रमण न हटाने की एवज में उनसे 50 हजार रुपये की मांग की गई थी, जिसपर उनके द्वारा 50 हजार रुपये ना देने पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है। इधर जब सहायक नगर आयुक्त विजेंद्र चौहान से पूर्व पार्षद के आरोप के बारे में जानने चाहा तो विजेंद्र चौहान द्वारा कहा गया कि अगर हम किसी की कोई जगह तोड़ने आएंगे तो वह हमारे ऊपर फूल थोड़ी बरसायेगा, आरोप ही लगाएगा इसलिए यह सामान्य बात है। मामले में तूल पकड़ता देख अधिकारियों से वार्ता होने के बाद 6 दिन का समय अतिक्रमणकारी पूर्व पार्षद के पक्ष को दिया गया हैं, अगर वहां 6 दिन में अपने वैध कागजात मय शपथ पत्र के प्रस्तुत करते हैं तो वहां अपना अतिक्रमण हटा ले यह सब तय होने के बाद नगर निगम व तहसील की टीम वापस जाने लगी जिससे वहां मौजूद जनता में आक्रोश पैदा हो गया। वही शहर में दिन प्रतिदिन अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है ,कि जहाँ–वहां अतिक्रमणकारियों द्वारा सरकारी सम्पतियो में अतिक्रमण लगातार किये जा रहे है , । आखिर जिम्मेदार कौन हैं। आय दिन हम देखते रहते हैं कि नगर निगम हल्द्वानी के अधिकारियों पर शहर में अतिक्रमण के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाया जाता है।

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